भारत ने खाद्यान्न की कीमतों में आई तेजी के लिए अमेरिकी जैवईंधन नीति को जिम्मेदार ठहराया है। अमेरिकी नीति के तहत वहां पर मक्का को जैवईंधन तैयार करने के काम में लाया जाता है।
वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अमेरिकी सबप्राइम बाजार में पर्याप्त नियामक नहीं होने पर कड़ी अलोचना करते हुए कहा कि इसकी वजह से वैश्विक स्तर पर वित्तीय अनिश्चितता की स्थिति पैदा हुई है। चिदंबरम ने यहां कहा, ‘अमेरिका में उत्पादित 20 फीसदी मक्का का जैवईंधन को तैयार करने में इस्तेमाल किया जाता है। दुनिया में नागरिक की हैसियत से हम इस बात से चिंतित है कि खाद्यान्न का उत्पादन करने के बाद इसे ईंधन बनाने के काम में लाया जाता है।’
चिदंबरम ने कहा कि आवश्यक भोजन की मांग में बढ़ोतरी हो रही है। इसकी वजह से कीमतों में इजाफा हुआ है लेकिन भोजन को ईंधन में परिवर्तित करने से भी खाद्यान्न की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।