रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बृहस्पतिवार को अपना सालाना संवाददाता सम्मेलन और ‘कॉल-इन शो’ कार्यक्रम आयोजित किया। यह ऐसा एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसका इस्तेमाल वह अपने प्रभुत्व का अहसास बनाये रखने और देश के राजनीतिक परिदृश्य पर व्यापक नियंत्रण होने का प्रदर्शन करने के लिए करते रहे हैं। इस कार्यक्रम का रूस के सरकार नियंत्रित टीवी स्टेशनों द्वारा सीधा प्रसारण किया जाता है तथा पिछले कुछ वर्षों में इस पर घरेलू मुद्दे हावी रहे हैं। स्टूडियो में फोन करने वाले ज्यादातर पत्रकार और आम लोग सड़क की मरम्मत, बिजली की कीमतों, घर के रखरखाव, चिकित्सा सेवाओं, परिवारों के लिए सरकारी सब्सिडी और अन्य आर्थिक और सामाजिक मुद्दों के बारे में सवाल पूछते हैं। रूसी सरकारी मीडिया ने बताया कि आम नागरिकों ने शो से पहले 20 लाख से अधिक प्रश्न पूछे।
अपनी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में रुसी राष्ट्रपति ने स्वीकारा कि रुसी अर्थव्यवस्था (Russian Economy) चार फीसदी (4%) की दर को हासिल करने वाली है। वहीं रुस में उपभोक्ता महंगाई दर (consumer inflation rate) 9.3 फीसदी के उच्च स्तर पर है, जिसे नियंत्रित करने के लिए रुसी केंद्रीय बैंक लगातार प्रयास कर रही है। पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि अर्थव्यवस्था में स्थिति ‘‘स्थिर’’ बनी हुई है। पुतिन ने कहा कि गुरुवार की फोन-इन से पहले उन्होंने केंद्रीय बैंक की गवर्नर एल्वीरा नबीउलीना से बात की थी, जिन्होंने उन्हें चेतावनी दी थी कि 2024 में मुद्रास्फीति 9.2%-9.3% होगी, जो केंद्रीय बैंक के 8.5% के अनुमान से काफी अधिक है।
रूस ने आधिकारिक तौर पर 4% की मुद्रास्फीति का लक्ष्य रखा है, हालांकि फरवरी 2022 के बाद से कीमतों में काफी तेजी से वृद्धि हुई है, जब मास्को ने यूक्रेन में सैनिकों को भेजने का आदेश दिया था। अक्टूबर में, रूस के सेंट्रल बैंक ने अपनी प्रमुख ब्याज दर को ऐतिहासिक 21% तक बढ़ा दिया क्योंकि यह मुद्रास्फीति को कम करने के लिए संघर्ष कर रहा है। शुक्रवार को वर्ष की अपनी अंतिम बैठक में इसे फिर से बढ़ाने की उम्मीद है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा, “बाहरी खतरों के बावजूद रुस की अर्थव्यवस्था की स्थिति स्थिर है। हालांकि मुद्रास्फीति एक चिंताजनक संकेत है, जो बात बुरी है, वह है कीमतों में वृद्धि। लेकिन मुझे उम्मीद है कि अगर macroeconomic indicators को हम नियंत्रित करने में सफल होते हैं, तो हम महंगाई से भी निपटने में सक्षम होंगे।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही यानी अप्रैल से सितंबर की अवधि में भारत की आर्थिक वृद्धि 6 फीसदी रही। मगर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 7.2 फीसदी वृद्धि का अनुमान जाहिर किया है। वित्त मंत्रालय ने भी उम्मीद जताई है कि चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि 6.5 से 7 फीसदी के दायरे में रहेगी। क्रिसिल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि इस साल भारत की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6.5 से 7 फीसदी के आसपास रहने की संभावना है। आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) में सचिव अजय सेठ ने कहा है कि दूसरी तिमाही में 5.4 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि अनुमान से कम है लेकिन दूसरी छमाही बेहतर रहने का भरोसा है।
वित्त वर्ष 2023-24 की जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी में 8.1 प्रतिशत और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2024) में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। आर्थिक समीक्षा में अनुमान लगाया गया था कि देश की जीडीपी चालू वित्त वर्ष में 6.5 से 7.0 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत के उच्च स्तर पर रही थी।
उक्रेन को लेकर रुसी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत के लिए तैयार है लेकिन उन्होंने अपनी मांग दोहराई कि यूक्रेन को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने की अपनी चाहत को छोड़ देना चाहिए। पुतिन ने यह भी कहा कि सेना ‘‘अपने लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। स्थिति तेजी से बदल रही है, हम अग्रिम मोर्चे पर आगे बढ़ रहे हैं।’’
रूस द्वारा पिछले महीने पहली बार यूक्रेन पर हमला करने के लिए इस्तेमाल की गई नई ‘हाइपरसोनिक’ मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में पुतिन ने कुछ पश्चिमी विशेषज्ञों के इस दावे का उपहास उड़ाया कि इसे उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की हवाई सुरक्षा द्वारा रोका जा सकता है। पुतिन ने कहा कि मॉस्को ने ‘ओरेशनिक’ मिसाइल का इस्तेमाल पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को रूस पर हमले के लिए अपने लंबी दूरी के हथियारों का उपयोग करने की अनुमति दिए जाने के जवाब में किया था। उन्होंने चेतावनी दी कि रूस इस मिसाइल से यूक्रेन पर और अधिक हमले कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस मिसाइल का इस्तेमाल उन देशों के सैन्य परिसरों को निशाना बनाने के लिए भी किया जा सकता है, जिन्होंने यूक्रेन को रूस में हमले करने के लिए अपनी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति दी है।
पुतिन ने कहा कि उन्होंने अभी तक असद से मुलाकात नहीं की है, जिन्हें मॉस्को में शरण दी गई है, लेकिन उनकी उनसे मुलाकात करने की योजना है और वह उनसे अमेरिकी पत्रकार ऑस्टिन टाइस के बारे में पूछेंगे, जो 12 साल पहले सीरिया में लापता हो गया था। उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सवाल उन लोगों से भी पूछ सकते हैं जो सीरिया में जमीनी स्तर पर स्थिति को नियंत्रित करते हैं।’’
(एजेंसी इनपुट के साथ)