अमेरिका के नेवार्क एयरपोर्ट (Newark Airport) पर हरियाणा (Haryana) से संबंध रखने वाले एक भारतीय युवक (Indian Youth) के साथ कथित तौर पर अमानवीय व्यवहार (inhuman treatment) का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Viral Video) होने के बाद अब नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने इस पूरे घटनाक्रम पर बयान जारी किया है। बता दें कि अमेरिकी दूतावास भारत में अमेरिकी प्रशासन का प्रतिनिधित्व करता है, और ऐसे में यूएस एम्बेसी का ये बयान अमेरिकी सरकार का बयान माना जा सकता है।
अपने बयान में यूएस एम्बेसी ने कहा, “हम वीज़ा के दुरुपयोग और अमेरिकी कानूनों के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेंगे।” साथ ही चेतावनी दी कि जो लोग अमेरिका में अपनी अधिकृत अवधि से अधिक रहते हैं, उन्हें deportation या भविष्य में अमेरिका आने पर ban का सामना करना पड़ सकता है।
अमेरिका के नेवार्क एयरपोर्ट (Newark Airport) पर हरियाणा (Haryana) से संबंध रखने वाले एक भारतीय युवक (Indian Youth) के साथ कथित तौर पर अमानवीय व्यवहार (inhuman treatment) का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Viral Video) हुआ था। वीडियो में युवक को हथकड़ी (Handcuffed) पहनाकर जमीन पर दबोचा गया है। बताया जा रहा है कि युवक ने अमेरिका में बिना वैध वीज़ा (Illegal Entry in US Without Visa) के प्रवेश किया था और उसे अदालत के आदेश (Court Order) के तहत भारत वापस भेजा जा रहा था।
8 जून को इंडो-अमेरिकन सोशल इंटरप्रेन्योर कुनाल जैन (Kunal Jain) ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा: मैंने एक भारतीय छात्र को नेवार्क एयरपोर्ट पर निर्वासित होते देखा – हथकड़ी में, रोते हुए, एक अपराधी की तरह ट्रीट किया गया। वह सपनों को लेकर आया था, नुकसान करने नहीं। एक एनआरआई के रूप में मैं असहाय और दुखी महसूस कर रहा हूँ। यह एक मानवीय त्रासदी है।”
भारत के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs – MEA) और न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास (Indian Consulate in New York) ने पुष्टि की है कि युवक हरियाणा का निवासी है और अमेरिका में अवैध रूप से दाखिल हुआ था। वह निर्वासन की प्रक्रिया (Deportation Process) में था जब उसका व्यवहार “यात्रा के लिए अनुपयुक्त” (Unfit for Travel) पाया गया। इसके चलते अमेरिकी अधिकारियों ने उसे restrain किया और एक चिकित्सा केंद्र (Medical Facility) में भर्ती कराया।
वर्तमान में युवक को चिकित्सा निगरानी में रखा गया है। जैसे ही वह यात्रा के लिए चिकित्सकीय रूप से फिट घोषित होगा, उसे भारत निर्वासित कर दिया जाएगा। इस पूरे मामले में भारतीय वाणिज्य दूतावास अमेरिकी अधिकारियों से लगातार संवाद बनाए हुए है।
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