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Trump Tariffs: … तो अमेरिका में ₹1.97 लाख में बिकेगा iPhone? Apple की बढ़ी टेंशन, शेयर 10% टूटे

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टैरिफ से अमेरिका में खरीदारी करने वालों के लिए कैनबिस से लेकर रनिंग शूज और iPhone तक सब कुछ महंगा हो सकता है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 04, 2025 | 11:57 AM IST

Trump Tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) द्वारा 2 अप्रैल से बराबरी के शुल्क (Reciprocal Tariff) लागू किए जाने के बाद अमेरिका में Apple के iPhone की कीमतों में इजाफा हो सकता है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टैरिफ से अमेरिका में खरीदारी करने वालों के लिए कैनबिस से लेकर रनिंग शूज और iPhone तक सब कुछ महंगा हो सकता है। Rosenblatt Securities के अनुमानों के मुताबिक, अगर Apple यह अतिरिक्त लागत ग्राहकों पर डालता है तो एक हाई-एंड iPhone की कीमत करीब $2,300 (लगभग ₹1.97 लाख) तक पहुंच सकती है।

अमेरिकी शेयर बाजारों में जबरदस्त गिरावट

टैरिफ लगाने के ऐलान के बाद गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 1,400.87 अंक या 3.32% लुढ़ककर 40,824.45 पर बंद हुआ। टेक हैवी Nasdaq 903.44 अंक या 5.13% गिरकर 16,697.60 और S&P 500 इंडेक्स 232.04 अंक या 4.09% गिरकर 5,439.73 पर आ गया।

पिछले ट्रेडिंग सेशन में Apple के शेयर 9.5% लुढ़क गए हैं। वजह है चीन से आयात पर कुल 54% टैरिफ, जो iPhone निर्माण का बड़ा आधार है। Nvidia के शेयर 6% और Amazon के 8.4% टूटे।

ट्रंप ने लगभग सभी अमेरिकी आयातों पर 10% टैरिफ और कुछ देशों पर इससे भी ज्यादा शुल्क लगाने की घोषणा की है, जिससे ग्लोबल ट्रेड वॉर और आर्थिक मंदी की चिंता बढ़ गई है।

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निवेशकों को $2.5 लाख करोड़ का नुकसान

राष्ट्रपति ट्रम्प के टैरिफ के नए दौर से अर्थव्यवस्था मंदी में जा सकती है। इस चिंता के बीच गुरुवार को एसएंडपी 500 इंडेक्स से निवेशकों की वेल्थ करीब 2.5 लाख करोड़ डॉलर घटी गई। रिस्क वाले एसेट्स से पैसे निकालकर निवेशक सरकारी बॉन्ड में पैसा लगा रहे हैं। टैरिफ के चलते दुनियाभर में व्यापार प्रभावित हो सकता है। कुछ ही महीनों पहले ट्रंप प्रशासन की कारोबारी नीतियों की उम्मीद में शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर था, लेकिन अब तस्वीर उलट गई है।

व्यापार जगत ने तेजी से बदलाव करना शुरू कर दिया। ऑटो निर्माता स्टेलांटिस (Stellantis) ने कहा कि वह अस्थायी रूप से अमेरिका में कर्मचारियों की छंटनी करेगा और कनाडा व मेक्सिको में अपने प्लांट्स को बंद करेगा। वहीं जनरल मोटर्स (General Motors) ने कहा कि वह अमेरिका में उत्पादन बढ़ाएगा।

अमेरिका में मंदी का खतरा

कैपिटल अल्फा के फाउंडर पार्टनर जेम्स लुसियर ने कहा, “टैरिफ योजना सोच-समझकर बनाई गई नहीं लगती। व्यापार वार्ता एक अत्यंत तकनीकी विषय है, और हमारे नजरिए से ये प्रस्ताव किसी भी देश के साथ गंभीर वार्ता की ठोस आधारशिला नहीं रखते।”

अर्थशास्त्रियों का कहना है कि ये टैरिफ महंगाई को दोबारा तेजी दे सकते हैं, अमेरिका को मंदी के खतरे में डाल सकते हैं और एक औसत अमेरिकी परिवार के खर्च को हजारों डॉलर तक बढ़ा सकते हैं। विश्लेषकों ने यह भी कहा कि ये टैरिफ एशिया में अमेरिका के सहयोगी देशों को नाराज कर सकते हैं और चीन को नियंत्रित करने के रणनीतिक प्रयासों को कमजोर कर सकते हैं।

(रॉयटर्स के इनपुट के साथ)

First Published : April 4, 2025 | 11:11 AM IST