टाइम वार्नर और सिटी ग्रुप के शीर्ष पदों पर जिम्मेदारी निभाने वाले अमेरिका के सबसे बड़े ब्लैक एग्जीक्यूटिव रिचर्ड पार्सन्स का गुरुवार को 76 साल की उम्र में निधन हो गया। रिचर्ड को 2015 में मायलोमा कैंसर का पता चला था। कुछ साल बीमारी बढ़ने पर उन्होंने काम करना कम कर दिया था। उन्होंने मेनहट्टन स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली।
वित्तीय सेवाएं देने वाली कंपनी लैजार्ड ने उनकी मौत की पुष्टि की है। इस कंपनी में रिचर्ड लंबे समय तक बोर्ड सदस्य रहे। लॉस एंजलिस की कंपनी एनबीए समेत तमाम कंपनियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। एनबीए में रिचर्ड ने अंतरिम सीईओ के तौर पर काम किया था। एनबीए कमिश्नर आदम सिल्वर ने कहा, ‘पार्सन्स बहुत ही प्रतिभावान और परिवर्तनकारी नेतृत्वकर्ता एवं मीडिया उद्योग की बड़ी शख्सियत थे। वह हमेशा ईमानदारी के रास्ते पर चले और कभी भी चुनौतियों से पीछे नहीं हटे।’
पार्सन्स के मित्र रोनॉल्ड लाउडर ने द न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि उनकी मौत कैंसर की वजह से हुई है। स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने ने बीते 3 दिसंबर को लैजार्ड एवं लाउडर की कंपनी एस्टी लाउडर में बार्ड सदस्य के तौर पर अपनी जिम्मेदारी से इस्तीफा दे दिया था। एस्टी लाउडर के बोर्ड में वह पिछले 25 वर्षों से थे। कुल 16 साल की उम्र में कॉलेज जाने वाले ब्रूकलिन के पार्सन्स ने 2009 में सिटी ग्रुप के चेयरमैन के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी। इससे एक महीना पहले ही उन्होंने टाइम वार्नर इंक से इस्तीफा देकर वह यहां आए थे।