अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पर पेनसिल्वेनिया में शनिवार को चुनावी रैली के दौरान एक युवक ने गोलियां चलाकर जानलेवा हमला किया। गोली ट्रंप के दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में लगी, जिससे खून बह निकला। हालांकि ट्रंप ने कहा है कि उनकी हालत ठीक है। यह हमला मिल्वाकी में ‘रिपब्लिकन नैशनल कन्वेंशन’ से दो दिन पहले हुआ। इसी सम्मेलन में ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव के लिए औपचारिक रूप से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा। पूर्व राष्ट्रपति पर हमले से सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल तो खड़े हो ही रहे हैं, अमेरिका की राजनीति में मतभेद गहराते दिख रहे हैं।
‘गॉड ब्लेस द यूएसए’ के नारों के बीच शनिवार शाम छह बजकर दो मिनट पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पेनसिल्वेनिया के बटलर में एक मैदान में भीड़ का अभिवादन करते हुए मंच संभाला और कड़ी धूप के बीच अपना भाषण शुरू ही किया था कि कुछ मिनटों बाद गोलियां चलने की आवाज सुनाई देने लगी। ट्रंप रैली में अवैध सीमा पार के मामलों में वृद्धि के बारे में राष्ट्रपति जो बाइडन के खिलाफ बोल रहे थे तभी कम से कम पांच गोलियां चलने की आवाज आई। घटना की वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि गोलियां चलने के दौरान ट्रंप ने अपने दाहिने कान पर हाथ रख लिया। इसके बाद, सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने ट्रंप को बचाने के लिए उन्हें सुरक्षा घेरे में ले लिया।
हमले के बाद, पूर्व राष्ट्रपति के दाहिने कान के ऊपरी हिस्से से खून निकलने लगा, उन्हें तुरंत मंच से बाहर ले जाया गया। ट्रंप ने भीड़ की ओर मुठ्ठी बांध कर हाथ हवा में लहराया और कहा, ‘हम मुकाबला करेंगे।’इसके बाद, उन्हें कार में बिठाकर पिट्सबर्ग क्षेत्र के एक अस्पताल ले जाया गया।
गोलीबारी की इस घटना में रैली में मौजूद एक व्यक्ति की जान चली गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ‘सीक्रेट सर्विस’ के एक सदस्य ने हमलावर को मार गिराया। संघीय जांच एजेंसी एफबीआई ने हमलावर की पहचान बेथेल पार्क के रहने वाले 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के रूप में की है। वह रिपब्लिकन के रूप में वोट करने के लिए पंजीकृत था।
एफबीआई के विशेष एजेंट एवं पिट्सबर्ग कार्यालय के प्रभारी केविन रोजेक ने संवाददाताओं से कहा कि यह हैरानी की बात है कि बंदूकधारी कई गोलियां चला पाने में कामयाब रहा। इस बात की गहन जांच की जाएगी कि असल में क्या हुआ था और वह व्यक्ति उस स्थान तक कैसे पहुंचा, उसके पास किस तरह का हथियार था।
रोजेक ने कहा कि एफबीआई को अब भी यह पता नहीं चल पाया है कि हमले का मकसद क्या था। कानून प्रवर्तन से जुड़े कई अधिकारियों ने बताया कि हमलावर ने 200 से 300 फुट की दूरी पर स्थित एक ऊंचे स्थान से ‘एआर’-सरीखी राइफल से गोली चलाई।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नवंबर में होने वाले चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी ट्रंप से बात की है। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन ने ट्रंप पर हुए हमले की निंदा की है।
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी हत्या के प्रयास के बाद कहा कि ट्रंप के सहयोगियों ने कहा कि वह अच्छे हैं और उनकी हालत ठीक है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘ट्रुथ सोशल’ पर एक पोस्ट में घटना और अपनी हालत के बारे में कहा, ‘यकीन नहीं होता कि हमारे देश में ऐसी घटना हो सकती है। मेरे दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में गोली लगी। सनसनाहट महसूस हुई और गोलियों की आवाज सुनकर मैं तुरंत समझ गया था कि कुछ गलत हुआ है। फिर तुरंत मुझे महसूस हुआ कि गोली मेरी त्वचा को छूकर निकली है। काफी खून निकल गया था, तब मुझे एहसास हुआ कि क्या कुछ हो रहा है। ईश्वर अमेरिका की रक्षा करें।’
अमेरिकी स्कूलों, नाइट क्लबों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर फायरिंग की घटनाएं आम हो गई हैं, लेकिन किसी बड़ी राजनीतिक हस्ती पर यह 1981 के बाद पहला बड़ा हमला है। उस समय रिपब्लिकन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन पर हमला किया गया था। एजेंसियां
1. अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन : अब्राहम लिंकन अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे, जिनकी जॉन वाइक्स बूथ ने 14 अप्रैल, 1865 की गोली मार कर हत्या कर दी थी
2. अमेरिका के 20वें राष्ट्रपति एम्स गारफील्ड : गारफील्ड देश के दूसरे राष्ट्रपति थे जिनकी कार्यभार संभालने के छह महीने बाद हत्या कर दी गई थी
3. अमेरिका के 25वें राष्ट्रपति विलियम मैकिनले : मैकिनले को 6 सितंबर, 1901 में न्यूयॉर्क के बफेलो में गोली मारी गई। उनकी 14 सितंबर, 1901 में मौत हो गई
4. अमेरिका के 32वें राष्ट्रपति फ्रेंकलिन डी. रूजवेल्ट : रूजवेल्ट ने मियामी में एक खुली कार से भाषण दिया ही था कि तभी गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। फरवरी 1933 में हुई इस घटना में रूजवेल्ट घायल नहीं हुए
5. अमेरिका के 33वें राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रुमैन : ट्रुमैन नवंबर 1950 में वाशिंगटन के ब्लेयर हाउस में थे तभी उन पर हमला हुआ लेकिन वे बच गए
6. अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी : केनेडी नवंबर 1963 में डलास गए तो एक बंदूकधारी ने घात लगाकर उन पर हमला कर दिया। अस्पताल में उनकी मौत हो गई
7. अमेरिका के 40वें राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन : रीगन मार्च 1981 में वाशिंगटन में भाषण के दौरान जॉन हिंकले जूनियर ने उन्हें गोली मार दी। लेकिन बाद में वह स्वस्थ हो गए