सऊदी अरब ने हज सीज़न से पहले यात्रा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 14 देशों के नागरिकों को नया शॉर्ट टर्म वीज़ा देना अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है। यह रोक 13 अप्रैल से लागू होगी और इसमें भारत, पाकिस्तान, मिस्र, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, यमन, जॉर्डन, मोरक्को, सूडान, लीबिया, नाइजीरिया, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया और इराक जैसे देश शामिल हैं।
इस फैसले के तहत बिज़नेस वीज़ा (सिंगल और मल्टीपल एंट्री), ई-टूरिस्ट वीज़ा और फैमिली विज़िट वीज़ा जारी नहीं किए जाएंगे।
जिनके पास पहले से वीज़ा है, वे 29 अप्रैल तक रुक सकते हैं
सऊदी अधिकारियों ने बताया कि जिन लोगों के पास पहले से वैध वीज़ा है, वे 13 अप्रैल तक देश में प्रवेश कर सकते हैं, लेकिन उन्हें 29 अप्रैल तक देश छोड़ना अनिवार्य होगा।
पिछले साल की भीड़ से सबक
पिछले हज सीज़न में बड़ी संख्या में लोग ऐसे वीज़ा पर सऊदी अरब पहुंचे जो खासतौर पर हज के लिए नहीं थे। इससे भारी भीड़ और लॉजिस्टिक दिक्कतें पैदा हुईं। इस बार सरकार ऐसे हालात से बचने के लिए पहले से योजना बना रही है।
मिस्र के टूरिज़्म चैंबर के सदस्य बासिल अल सीसी ने टीवी इंटरव्यू में बताया, “पिछले साल जिन देशों से सबसे ज़्यादा गड़बड़ी हुई, उन्हें चिन्हित किया गया है। इनमें वे लोग शामिल थे जिन्होंने शॉर्ट टर्म या गलत वीज़ा लेकर हज किया।”
उमराह वीज़ा के लिए नई गाइडलाइन भी जारी
सऊदी अरब ने उमराह यात्रा के वीज़ा को लेकर भी नई गाइडलाइन जारी की है। अब हर साल उमराह वीज़ा इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक ज़िल-हिज्जा की 14 तारीख से जारी होंगे और शव्वाल की 1 तारीख तक बंद हो जाएंगे। उमराह के लिए आने वालों को ज़िल-हिज्जा 14 से शव्वाल 15 तक एंट्री मिलेगी और सभी को ज़िल-क़ादा 1 तक सऊदी अरब से निकलना होगा।
गलत वीज़ा पर धार्मिक यात्रा करने पर कानूनी कार्रवाई
सऊदी सरकार ने साफ किया है कि धार्मिक यात्रा के लिए सही वीज़ा होना ज़रूरी है। यदि कोई व्यक्ति बिना सही वीज़ा के हज या उमराह करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।