रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्द के सात महीनें से अधिक हो चुके हैं। रूसी सेना को बीते कुछ दिनों से लगातार पीछे हटने पर मजबूर होना पर रहा है। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने देश में 300,000 रिजर्व सैनिको के तैनाती के आदेश दिये हैं। रूसी राष्ट्रपति ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि रूस अपने मातृभूमि के सम्मान के लिए कोई भी कदम उठाएगा। इसके साथ साथ उन्होंने पश्चिमी देशों को धमकाते हुए कहा कि पश्चिम को इससे दूर रहना चाहिए, नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पश्चिमी देशों को धमकी
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को एकबार फिर से चेताया है। देश के नाम संबोधन में पुतिन ने कहा कि पश्चिम देशों ने सीमा की सारी हदें पार कर ली हैं। पश्चिम देश रूस को कमजोर करने और नष्ट करने का आह्वान कर रहे हैं। पुतिन ने आगे कहा कि रूस अपनी मातृभूमि की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा कर रहा है। पश्चिमी देशों को इससे दूर रहना चाहिए।
300,000 रिजर्व सैनिकों की तैनाती
रूसी राष्ट्रपति ने देश में 300,000 रिजर्व सैनिकों की तैनाती वाले दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये। रिजर्व सैनिक आम नागरिक होतें हैं जिसे किसी तरह के संकट या युद्द के समय सेवा में लिया जाता है। पुतिन के इस कदम को और भी जोर-शोर से युद्ध की तैयारी के रुप में देखा जा रहा है। इसके साथ साथ रूसी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि वह पूर्वी यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्र में मतदान की योजना बना रहे हैं। पुतिन के अनुसार युद्ध में अब तक रूस के 5,937 जवान मारे जा चुके हैं। हालांकि पश्चिम उनके आंकड़े को झूठा बताता रहा है। पश्चिमी देशों के अनुसार यह आंकड़ा तीन से चार गुणा अधिक है।