हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच उत्पन्न हुए सैन्य तनाव के बीच सोशल मीडिया पर यह दावा जोर पकड़ रहा था कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के परमाणु अड्डों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत निशाना बनाया, जिससे वहां विकिरण रिसाव की स्थिति पैदा हो गई। इन अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने साफ कहा है कि पाकिस्तान के किसी भी परमाणु केंद्र से न तो कोई विकिरण रिसाव हुआ है और न ही कोई रेडिएशन उत्सर्जन की घटना सामने आई है।
आईएईए के प्रवक्ता ने बताया, “आईएईए के पास उपलब्ध जानकारी के आधार पर, पाकिस्तान में किसी भी परमाणु केंद्र से कोई विकिरण रिसाव या उत्सर्जन नहीं हुआ है।” यह बयान उन अफवाहों के बीच आया है, जिनमें कहा जा रहा था कि भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के किराना हिल्स क्षेत्र में स्थित परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया।
इन अफवाहों को पहले ही भारत की वायुसेना ने खारिज कर दिया था। वायु संचालन महानिदेशक (DG Air Operations) एयर मार्शल ए के भारती ने 12 मई को आयोजित एक प्रेस वार्ता में स्पष्ट रूप से कहा, “हमने किराना हिल्स पर हमला नहीं किया है — वहां जो कुछ भी हो।” उन्होंने जोर देकर बताया कि भारत की सभी सैन्य कार्रवाइयां पूरी तरह पारंपरिक थीं और किसी भी प्रकार के सामरिक हथियारों का उपयोग नहीं किया गया।
भारतीय हमलों में पाकिस्तान के सरगोधा एयरबेस को निशाना बनाया गया था। इसके बाद यह चर्चा शुरू हुई कि यह एयरबेस पास के किराना हिल्स क्षेत्र में स्थित एक भूमिगत परमाणु भंडारण केंद्र से जुड़ा है। इसी पृष्ठभूमि में सोशल मीडिया पर यह कयास लगाए जाने लगे कि भारत ने कथित रूप से इन परमाणु केंद्रों पर हमला किया था, जिससे विकिरण रिसाव की स्थिति पैदा हो गई।
इस संदर्भ में भारत के विदेश मंत्रालय ने भी पूरी तरह से इन अटकलों को खारिज किया है। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “भारत ने परंपरागत सैन्य कार्रवाई की थी और किसी भी तरह की परमाणु कार्रवाई का न तो इरादा था और न ही कोई योजना।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु संघर्ष को टालने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा किए गए दावे पूरी तरह निराधार और भ्रामक हैं।
भारत की ओर से यह स्पष्टता ऐसे समय में आई है जब क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अंतरराष्ट्रीय अपेक्षाएं भी जोर पकड़ रही हैं। IAEA का बयान न केवल अफवाहों पर विराम लगाता है बल्कि भारत की जिम्मेदार और संयमित सैन्य नीति की भी पुष्टि करता है। यह स्पष्ट है कि भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई केवल परंपरागत साधनों के माध्यम से की और पाकिस्तान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर कोई हमला नहीं किया गया। IAEA और भारतीय रक्षा अधिकारियों के वक्तव्यों से यह संदेश स्पष्ट हो गया है कि क्षेत्र में कोई परमाणु खतरा नहीं है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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