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Nissan, Honda Plan of Merger Plan: जापानी ऑटो मैन्युफैक्चरर होंडा (Honda) और निसान (Nissan) ने विलय की योजना का ऐलान किया है। इस विलय के पूरा होने के बाद बिक्री के लिहाज से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल्स कंपनी अस्तित्व में आएगी। दोनों कंपनियों ने कहा कि उन्होंने सोमवार को एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समय ऑटो इंडस्ट्री एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। एक तरफ यह जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता से दूर जा रही है, दूसरी ओर इसे चीनी प्रतिद्वंद्वियों से तेज प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है।
स्मालर निसान अलायंस मेम्बर मित्सुबिशी मोटर्स ने भी अपने बिजनेस को कंसॉलिडेट करने के लिए बातचीत में शामिल होने पर सहमति जताई है। निसान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) माकोतो उचिदा ने बयान में कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि अगर यह एकीकरण सफल होता है, तो हम बड़े कस्टमर बेस को और भी ज्यादा वैल्यू उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।’’
जापान में ऑटो मैन्युफैक्चरर इलेक्ट्रिक ऑटो सेगमेंट में अपने बड़े प्रतिद्वंद्वियों से पीछे रह गए हैं और अब वे लागत में कटौती करने और नुकसान की भरपाई करने की कोशिश कर रहे हैं। इस महीने की शुरुआत में संभावित विलय की खबरें सामने आईं थीं। अपुष्ट खबरों में कहा गया था कि निकट सहयोग पर बातचीत आंशिक रूप से ताइवान के आईफोन विनिर्माता फॉक्सकॉन की निसान के साथ गठजोड़ करने की आकांक्षाओं से प्रेरित थी।
निसान का फ्रांस की रेनो एसए और मित्सुबिशी के साथ गठबंधन है। तीनों वाहन विनिर्माताओं के मार्केट कैप के आधार पर मर्जर से 50 अरब डॉलर से अधिक कीमत की एक बड़ी कंपनी बन सकती है। होंडा और निसान के साथ फ्रांस की रेनो एसए और स्माल ऑटो मैन्युफैक्चरर मित्सुबिशी मोटर्स कॉर्प के गठबंधन को टोयोटा मोटर कॉर्प और जर्मनी की फॉक्सवैगन एजी के साथ प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी।
टोयोटा की जापान की माज्दा मोटर कॉर्प और सुबारू कॉर्प के साथ प्रौद्योगिकी साझेदारी है। प्रस्तावित विलय के बाद भी टोयोटा जापान की लीडिंग ऑटो मैन्युफैक्चरर बनी रहेगी। उसने 2023 में 1.15 करोड़ वाहन बनाए थे।
दूसरी ओर, अगर वे साथ आ जाएं, तो तीनों छोटी कंपनियां करीब 80 लाख गाड़िया बनाएंगी। 2023 में होंडा ने 40 लाख और निसान ने 34 लाख गाड़िया बनाई थी। मित्सुबिशी मोटर्स ने 10 लाख से कुछ ज्यादा वाहन बनाए। निसान, होंडा और मित्सुबिशी ने अगस्त में घोषणा की थी कि वे इलेक्ट्रिक वाहन के लिए बैटरी जैसे कलपुर्जों को साझा करेंगे।
जापान की दूसरी सबसे बड़ी ऑटोमेकर होंडा, निसान को बचाने में सक्षम एकमात्र संभावित जापानी पार्टनर मानी जा रही है। निसान 2018 के अंत में अपने पूर्व अध्यक्ष कार्लोस घोसन की गिरफ्तारी के साथ शुरू हुए घोटाले के बाद संघर्ष कर रही है, उन पर धोखाधड़ी और कंपनी की संपत्ति के दुरुपयोग के आरोप हैं। हालांकि वे इन आरोपों से इनकार करते हैं। उन्हें अंततः जमानत पर रिहा कर दिया गया और वे लेबनान भाग गए। सोमवार को टोक्यो में वीडियो लिंक के जरिए पत्रकारों से बात करते हुए घोसन ने प्लान्ड मर्जर एक “हताशा भरा कदम” बताया।
ऑटोफोरकास्ट सॉल्यूशंस के वाइस प्रेसिडेंट सैम फियोरानी ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि निसान से होंडा को ट्रक-आधारित बॉडी-ऑन-फ्रेम बड़ी एसयूवी मिल सकती है, जैसेकि आर्मडा और इनफिनिटी QX80, जो होंडा के पास नहीं है, जिसमें बड़ी टोइंग क्षमता और अच्छा ऑफ-रोड प्रदर्शन है।
उन्होंने कहा कि निसान के पास बैटरी और इलेक्ट्रिक वाहन, गैस-इलेक्ट्रिक हाइब्रिड पावरट्रेन बनाने का वर्षों का अनुभव है, जो होंडा को अपने स्वयं के ईवी और अगली पीढ़ी के हाइब्रिड विकसित करने में मदद कर सकता है। लेकिन कंपनी ने नवंबर में कहा था कि वह 9.3 बिलियन येन (61 मिलियन डॉलर) की तिमाही घाटा की रिपोर्ट के बाद 9,000 जॉब्स, या अपने ग्लोबल वर्कफोर्स में करीब 6% की कटौती कर रही है। साथ ही ग्लोबल प्रोडक्शन क्षमता में 20 फीसदी की कटौती कर रही है।
इसने हाल ही में अपने मैनजमेंट में फेरबदल किया और इसके सीईओ मकोतो उचिदा ने फाइनेंशियल लॉस की जिम्मेदारी लेते हुए अपने वेतन में 50% की कटौती ली। उन्होंने कहा कि निसान को अधिक कुशल बनने और बाजार की पसंद, बढ़ती लागत और अन्य वैश्विक परिवर्तनों के प्रति बेहतर प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता है।
फिच रेटिंग्स ने हाल ही में निसान के क्रेडिट आउटलुक को डाउनग्रेड कर “निगेटिव” कर दिया, जिसका कारण उत्तरी अमेरिकी बाजार में कीमतों में कटौती है। लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि कंपनी के पास एक मजबूत फाइनेंशियल स्ट्रक्चर और ठोस नकदी भंडार है जो 1.44 ट्रिलियन येन ($9.4 बिलियन) है।