Israel-hamas War: इजरायल और हमास के बीच लड़ाई पूरे पश्चिम एशिया में बड़े संकट का रूप लेता जा रहा है। इजरायल ने हमास के अचानक हमले के एक दिन बाद रविवार को गाजा में भारी बमबारी की। इससे पहले शनिवार को हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घूस कर कई इलाकों पर कब्जा जमा लिया और सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इसके अलावा उन्होंने बड़ी संख्या में इजरायली नागरिकों को कब्जे में ले लिया। हमास और इजरायल के बीच इस संघर्ष के बाद पश्चिम एशिया में युद्ध का एक खतरा पैदा हो गया है।
ऐसे संकेत मिलने लगे हैं कि यह लड़ाई केवल गाजा तक ही सीमित नहीं रहेगी। इजरायल ने रविवार को लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह पर तोपों और रॉकेटों से हमले किए। दूसरी तरफ मिस्र के अलेक्जेंड्रिया में दो इजरायली पर्यटकों को गोली मार दी गई।
इजराइल ने शनिवार रात गाजा में हमास के कई ठिकानों पर हमले किए। इजरायल के इन हमलों में 300 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है, जिनमें 20 बच्चे भी शामिल है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के हमले का करारा जवाब देने की बात कही है।
दक्षिणी इजरायल में हमास लड़ाकों और इजरायल की सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष जारी था। हमास की तरफ से अचानक हुए हमले के बाद इजरायल की सेना एवं उसकी खुफिया सेवाओं पर सवाल खड़े होने लगे हैं। हालांकि, अब इजरायल की सेना का कहना है कि उसने उन सभी जगहों पर लगभग कब्जा जमा लिया है, जिन्हें हमास ने अपने कब्जे में ले लिया था। हालांकि, अभी भी कुछ जगहों पर लड़ाई चल रही है।
इजरायल ने कहा है कि उसने गाजा के इर्द-गिर्द के इलाकों में अपने हजारों सैनिक तैनात किए हैं। गाजा में लगभग 23 लाख फिलिस्तीनी रहते हैं।
इजरायल के एक सैन्य प्रवक्ता ने संवाददाताओं को कहा, ‘हम हमास को जवाब देने जा रहे हैं। यह लड़ाई लंबे समय तक चलेगी।’ दूसरी तरफ गजा में हमास के प्रवक्ता अब्दुल लतीफ ने कहा कि उनके समूह ने अपने लोगों की रक्षा के लिए इजरायल पर हमला किया है। उन्होंने दावा किया है कि उनके लड़ाके लगातार इजरायल पर रॉकेट से हमले कर रहे हैं।
शनिवार को इजरायल पर हुआ हमला पिछले कई दशकों में पश्चिम एशिया का सबसे भयानक खूनी संघर्ष है। इससे पहले 50 साल पूर्व मिस्र और सीरिया ने अपनी जमीन वापस लेने के लिए इजरायल पर हमला कर दिया था।
इजरायल और हमास के बीच ताजा संघर्ष के बाद पश्चिम एशिया में शांति स्थापित करने की अमेरिका की पहल को झटका लग सकता है। अमेरिका इजरायल और सऊदी अरब के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के लिए कोशिश कर रहा है। इजरायल और सऊदी अरब में नजदीकी बढ़ने से फिलिस्तीन लोगों के स्व-नियमन के अधिकारों की उम्मीद पर पानी फिर सकता है और इससे हमास को समर्थन देने वाले ईरान का वजूद भी कमजोर हो सकता है।
ईरान के एक अनय क्षेत्रीय सहयोगी लेबनान के हिजबुल्लाह समूह ने 2006 में इजरायल के साथ युद्ध लड़ा था। उस घटना के बाद इस क्षेत्र में तनाव बढ़ता रहा है। इजरायल की सेना के प्रवक्ता ने कहा, हम आगाह करते हैं कि हिजबुल्लाह इस संघर्ष में टांग न अड़ाए। हमें नहीं लगता कि वे युद्ध में हमास का साथ देंगे।
शनिवार को हमास के अचानक हमले के बाद दक्षिणी इजरायल में हालात बदतर नजर आ रहे हैं। सड़कों पर यहां वहां जली कारें खड़ी हैं और शव बिखरे पड़े हैं। लोगों में डर का माहौल है और वह अपने घरों में से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
इजरायल से मिल रहे समाचारों के अनुसार हमास के हमले में 400 से अधिक इजरायली नागरिक मारे जा चुके हैं। हमास ने इजरायल के कई नागरिकों को बंदी भी बना लिया है। इजराइली नागरिकों के हमास से कब्जे में होने से प्रधानमंत्री नेतन्याहू की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। रविवार को भी हमास ने इजरायल पर कई रॉकेट दागे।
हमास के हमले के तुरंत बाद इजरायल ने गाजा पर बम वर्षा शुरू कर दी थी और यह रविवार को भी जारी रही। इजरायल के हमले में हमास के कई कार्यालय एवं प्रशिक्षण केंद्र तबाह हो गए और कई घरों और इमारतों को भी नुकसान पहुंचा।
हमास ने कहा कि इजरायल ने गाजा के कुछ इलाकों में जल की आपूर्ति रोक दी है। फिलिस्तीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि गजा में 313 लोग मारे जा चुके हैं और करीब 2,000 घायल हुए हैं।
इजरायल पर हमास के हमले के बाद भारतीय नागरिकों से जुड़ी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है और देश में फंसे लोगों ने अपनी सुरक्षित निकासी के लिए तेल अवीव में स्थित भारतीय दूतावास से अनुरोध किया है। सूत्रों ने बताया कि लगभग 18 हजार भारतीय नागरिक इजरायल में रहते और काम करते हैं तथा अब तक उनसे जुड़ी किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिली है।
देश में फंसे भारतीय पर्यटकों ने भारतीय दूतावास से उन्हें बाहर निकालने का अनुरोध किया है। अधिकतर पर्यटक समूहों में यात्रा कर रहे हैं। इजरायल का दौरा करने वाले कुछ व्यवसायी भी हैं जो तनाव में हैं और वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं।
तेल अवीव में भारतीय मिशन और फिलिस्तीन में भारत के प्रतिनिधि कार्यालय ने शनिवार को परामर्श जारी कर भारतीय नागरिकों से ‘सतर्क रहने’ और आपात स्थिति में ‘सीधे कार्यालय से संपर्क करने’ की अपील की थी।
इजराइल के तेल अवीव पर हमले के बाद एयर इंडिया ने वहां की सभी उड़ानें 14 अक्टूबर तक रद्द कर दी हैं। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तेल अवीव जाने वाली और वहां से आने वाली सभी उड़ानें 14 अक्टूबर तक रद्द कर दी गई हैं।
इजरायल पर हमास के चरमपंथियों के हमले के कारण वहां फंसी हुई अभिनेत्री नुसरत भरूचा रविवार को सुरक्षित भारत वापस आ गईं। नुसरत (38) अपराह्न करीब 2.30 बजे मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से बाहर निकलीं। नुसरत हाइफा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लेने के लिए इजरायल गईं थीं। यह फिल्म महोत्सव 28 सितंबर से 7 अक्टूबर तक चला।