facebookmetapixel
आरक्षण के भंवर में फंसा महाराष्ट्र, ओबीसी संगठनों में नाराजगीविनिर्माण और हॉस्पिटैलिटी उद्योग ने GST भुगतान तंत्र और ITC पर सरकार से मांगा स्पष्टीकरणAdani Group, JSW, जिंदल पावर समेत 21 कंपनियां GVK Energy को खरीदने की रेस में शामिलAMC शेयर 6 महीने में ही हुए डेढ़ गुने, SIP और AUM ग्रोथ से मिली ताकतZupee ने 30% कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का किया ऐलान, ऑनलाइन गेमिंग बैन के चलते लिया फैसला4 महीने में निफ्टी की बढ़त का सबसे लंबा सिलसिला, 25,000 के पार निकलाCognizant ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, मजबूत बढ़ोतरी के दम पर वैश्विक टॉप IT कंपनियों में शामिलStock Market: अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता से निवेशकों का भरोसा बढ़ा, सेंसेक्स 124 अंक चढ़ा और निफ्टी 25,006 पर बंदमहिंद्रा और टाटा जैसी वाहन कंपनियों ने ग्राहकों को दिलाया भरोसा, सभी नई कारें E20 Fuel पर सुरक्षित चलेंगीGST कटौती और टैक्स राहत से 2027 तक 7% ग्रोथ पर लौट सकती है कारों की बिक्री, मारुति ने जताई उम्मीद

ईरान ने मोसाद के हेडक्वार्टर और F-35 लड़ाकू विमानों वाले इजरायली एयर बेस पर हमला किया: रिपोर्ट

बाकेरी ने बताया कि यह हमला मंगलवार रात को किया गया था, और इसका उद्देश्य इजरायली सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाना था।

Last Updated- October 02, 2024 | 3:19 PM IST
Iran vs Israel

मंगलवार देर रात ईरान ने इजरायल के दो सैन्य ठिकानों और खुफिया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय पर बैलिस्टिक मिसाइल दागी, यह दावा ईरानी राज्य टीवी ने किया है। ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ, मोहम्मद बाकेरी ने प्रेस टीवी को जानकारी दी कि ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस II’ नामक इस हमले में नेवातिम एयर बेस, नेतजारिम सैन्य ठिकाना और तेल नोफ खुफिया यूनिट को निशाना बनाया गया।

बाकेरी ने बताया कि यह हमला मंगलवार रात को किया गया था, और इसका उद्देश्य इजरायली सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाना था। तेहरान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, नेवातिम एयर बेस में इजरायल के एफ-35 लड़ाकू विमान रखे जाते हैं, और 27 सितंबर को बेरूत पर बमबारी करने वाले लड़ाकू विमानों ने इसी बेस से उड़ान भरी थी। ईरानी समाचार एजेंसी इरना के मुताबिक, इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इन ठिकानों पर हाइपरसोनिक फतह मिसाइलों का इस्तेमाल किया।

मोहम्मद बाकेरी ने यह भी बताया कि ईरान ने जानबूझकर नागरिक इलाकों और इमारतों को निशाना नहीं बनाया। IRGC एयरोस्पेस फोर्स द्वारा किया गया यह हमला 31 जुलाई को हमास प्रमुख इस्माइल हानिया और IRGC कमांडर अब्बास निलफोरुशान की हत्या, और 27 सितंबर को बेरूत में हिज़बुल्लाह नेता सैयद हसन नसरल्लाह की हत्या के जवाब में किया गया था।

ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन ने कहा कि इजरायल के खिलाफ ईरान की सैन्य कार्रवाई उसके कानूनी अधिकारों के तहत की गई थी। इसका उद्देश्य ईरान और पूरे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इरना समाचार एजेंसी के अनुसार, पेज़ेश्कियन ने अपने X अकाउंट पर लिखा, “यह कार्रवाई ईरान के हितों और नागरिकों की रक्षा के लिए की गई थी।”

इसके अलावा, इरना ने बताया कि ईरान के कई शहरों और कस्बों में मंगलवार रात लोग ईरानी, लेबनानी और फिलिस्तीनी झंडे लेकर सड़कों पर उतरे। वे इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स द्वारा इजरायली सैन्य ठिकानों पर सफल हमले का जश्न मना रहे थे और अपनी एकजुटता जाहिर कर रहे थे। (ANI के इनपुट के साथ)

First Published - October 2, 2024 | 3:19 PM IST

संबंधित पोस्ट