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India-Canada crisis: कनाडा की व्यापार मंत्री ने भारत के साथ वाणिज्यिक संबंधों को समर्थन देने का दिया आश्वासन

गौरतलब है कि सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मुद्दे को लेकर भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद और गहरा गया है।

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भाषा   
Last Updated- October 16, 2024 | 11:27 AM IST

India-Canada crisis: भारत और कनाडा के बीच अभूतपूर्व कूटनीतिक विवाद के बीच कनाडा की व्यापार मंत्री मैरी एनजी ने मंगलवार को देश के व्यापारिक समुदाय को आश्वस्त किया कि वह दोनों देशों के बीच सुस्थापित वाणिज्यिक संबंधों को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

निर्यात संवर्धन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार एवं आर्थिक विकास मंत्री एनजी ने बयान में कहा, ‘‘मैं अपने व्यापारिक समुदाय को आश्वस्त करना चाहती हूं कि हमारी सरकार कनाडा तथा भारत के बीच सुस्थापित वाणिज्यिक संबंधों को समर्थन देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी व्यापार आयुक्त सेवा भारत में कार्यरत कनाडा की कंपनियों को सहायता तथा संसाधन उपलब्ध कराना जारी रखेगी।’’

एनजी ने यह बात ऐसे समय में कही जब भारत ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए न केवल ओटावा से अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया, बल्कि भारत से छह कनाडाई राजनयिकों को भी निष्कासित कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट कर दूं, कनाडा अपने व्यवसायों के साथ मजबूती से खड़ा है। हम भारत के साथ जुड़े कनाडा के सभी उद्यमों के साथ मिलकर काम जारी रखेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ये महत्वपूर्ण आर्थिक संबंध मजबूत बने रहें।’’

एनजी ने कहा, ‘‘हालांकि, हमें कनाडा के नागरिकों की सुरक्षा तथा कानून के शासन को बनाए रखने की आवश्यकता के साथ अपने आर्थिक हितों पर विचार करना चाहिए। हम किसी भी विदेशी सरकार द्वारा हमारी धरती पर कनाडा के नागरिकों को धमकाने, जबरन वसूली करने या नुकसान पहुंचाने के कृत्य को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम भारत सरकार से कानून तथा न्याय के उन्हीं सिद्धांतों का सम्मान करने का आग्रह करते हैं जो हमारे कार्यों का मार्गदर्शन करते हैं।’’

मंत्री ने कहा, ‘‘कनाडा सरकार भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार है और हम अपने मूल्यवान संबंधों को जारी रखने के लिए तत्पर हैं।’’ ‘इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन’ के अनुसार, भारत 2022 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कनाडा का नौवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार, वैश्विक स्तर पर 13वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार तथा व्यापारिक निर्यात के लिए 14वां सबसे बड़ा गंतव्य था।

गौरतलब है कि सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मुद्दे को लेकर भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद और गहरा गया है। कनाडा ने मामले में कुछ निष्कर्षों के मद्देनजर भारत के खिलाफ संभावित प्रतिबंधों का संकेत दिया।

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प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी चरमपंथी निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की ‘संभावित’ संलिप्तता के पिछले साल सितंबर में आरोप लगाए थे। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को ‘बेतुका’ बताते हुए खारिज किया था। इसके बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया। निज्जर की पिछले साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

अब, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने आरोप लगाया है कि बिश्नोई गिरोह के तार भारत सरकार के उन ‘एजेंटों’ से जुड़े हैं, जो देश में दक्षिण एशियाई समुदाय, विशेष रूप से ‘‘खालिस्तान समर्थक तत्वों’’ को निशाना बना रहे हैं।

कनाडा की सार्वजनिक प्रसारणकर्ता कनाडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (सीबीसी) की रिपोर्ट में दावा किया गया कि देश के राष्ट्रीय पुलिस बल रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) के प्रमुख ने भारत के संदर्भ में चौंकाने वाले आरोप लगाए। इन आरोपों के अनुसार, भारत सरकार के एजेंट कनाडा में हत्याओं सहित ‘‘व्यापक हिंसा’’ में भूमिका निभा रहे हैं।

आरसीएमपी के प्रमुख ने चेतावनी दी थी कि इससे ‘‘देश की सार्वजनिक सुरक्षा को गंभीर खतरा’’ है। भारत ने छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है और कनाडा से अपने उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को वापस बुलाने की घोषणा की है।

First Published : October 16, 2024 | 11:27 AM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)