Brookfield’s Bikaner Solar Power project: वर्ल्ड बैंक समूह की निजी क्षेत्र की वित्तपोषण इकाई अंतररार्ष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) ने ब्रुकफील्ड की बीकानेर सौर ऊर्जा परियोजना के लिए दीर्घकालिक गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर के माध्यम से 10.5 करोड़ डॉलर (लगभग 870 करोड़ रुपये) का वित्त उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जताई है।
IFC ने सोमवार को बयान में कहा कि ये डिबेंचर परियोजना की विशेष इकाई (एसपीवी) को आवंटित किए गए हैं। IFC ने बयान में कहा कि राजस्थान के बीकानेर में 550 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने और जलवायु लक्ष्यों का समर्थन करने में मदद करेगी।
अपनी प्रतिबद्धता के अनुसार, ब्रुकफील्ड दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौतों (पीपीए) के माध्यम से भारत भर में वाणिज्यिक और औद्योगिक (सीएंडआई) उपभोक्ताओं को अधिक प्रतिस्पर्धी शुल्क पर सौर ऊर्जा प्रदान करेगी। यह एशिया और प्रशांत क्षेत्र में आईएफसी का पहला निवेश है। परियोजना को भारत के हरित ऊर्जा गलियारे के अंतर-राज्यीय पारेषण प्रणाली खंड से जोड़ा जाएगा।
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सौर संयंत्रों से हर साल ग्रीनहाउस-गैस (जीएचजी) उत्सर्जन में 8,04,408 टन कार्बन डायॉक्साइड (सीओ-2) की कमी आने की भी उम्मीद है, जो हर साल 1,73,680 कारों को सड़क से हटाने के बराबर है। भारत ऊर्जा क्षेत्र में हरित बदलाव के मामले में सबसे आगे है और इसने 2030 तक अपनी गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता को 500 गीगावाट तक बढ़ाने का संकल्प लिया है।
देश के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र ने वर्ष 2017 और वर्ष 2022 के बीच पहले ही लगभग 10 अरब डॉलर का वार्षिक निवेश आकर्षित किया है और 2030 तक क्षेत्र 25 अरब डॉलर का वार्षिक निवेश हासिल करने की उम्मीद रखता है।
ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड एक अग्रणी वैश्विक वैकल्पिक परिसंपत्ति प्रबंधक है, जिसके पास अक्षय ऊर्जा और बदलाव, बुनियादी ढांचे, निजी इक्विटी, रियल एस्टेट और क्रेडिट में 925 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति है।