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कठघरे में खड़ा हुआ गूगल

Last Updated- December 05, 2022 | 11:04 PM IST

दुनिया के सबसे लोकप्रिय इंटरनेट सर्च इंजन गूगल को एक विज्ञापनदाता ने अदालत में घसीटा है।


उसका आरोप है कि गूगल ने उसकी इजाजत के बिना किसी तीसरी वेबसाइट पर विज्ञापन दिया और उसके लिए पैसा वसूला है।यह मामला सैन जोस कैलिफोर्निया के फेडरल कोर्ट में दर्ज कराया गया है। यह शिकायत गूगल के एडसेंस प्रोग्राम से संबंधित है जो सर्च परिणामों के रूप में खुलने वाले लेखों के विशिष्ट शब्दों को लक्ष्य बनाता है और विज्ञापन दिखाता है।


डेविड अलमीडा नाम के इस विज्ञापनदाता की तरफ से लॉस एंजेल्स की एक विधि परामर्श कंपनी काबाटेक ब्राउन केलनर ने मुकदमा दायर किया है। अलमीडा का मेसाचुसेट्स में इंवेस्टीगेशन व्यवसाय है जिसका विज्ञापन देने का जिम्मा उन्होने गूगल को सौपा था। उनका कहना है कि गूगल की सेवा लेने के लिए औपचारिकताएं पूरी करते वक्त उन्होने ऑप्शनल नाम का खाना खाली छोड़ दिया था क्योंकि वह एडसेंस विज्ञापन सेवा नहीं लेना चाहते थे। लेकिन बाद में पता चला कि उन्हें वहां शून्य भरना था।


अलमेदा के वकील ब्रायन काबाटेक कहते हैं कि ऐसे विज्ञापनदाता जो इन सब बातों से अनजान हैं अक्सर इस तरह की धोखाधड़ी में फंस जाते हैं। जो लोग इस बारे में जानते हैं वही इसका इस्तेमाल कर पाते हैं।


डेविड जैसे छोटे व्यवसाइयों के लिए इतना पैसा जोखिम पर लगाना मुमकिन नहीं है। उधर गूगल ने फिलहाल इस मामले पर टिप्पणी करने से यह कह कर इंकार कर दिया कि उसे अभी शिकायत के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।

First Published - April 23, 2008 | 10:13 PM IST

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