facebookmetapixel
विकसित देशों से जलवायु प्रतिबद्धता निभाने की अपील, भूपेंद्र यादव ने COP30 में रखी अपनी मांगबिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: उत्तर प्रदेश में निवेश व विकास पर मंथन 19 नवंबर कोडिजिटल धोखाधड़ी रोकने के लिए बनेगा दुनिया का पहला IDPIC, बैंकिंग सुरक्षा में आएगा बड़ा बदलावबजट 2026-27 से पहले कंपनियों की बड़ी मांग: डिमर्जर प्रक्रिया को कर-मुक्त बनाया जाएFDI को रफ्तार देने में जुटी सरकार, बोले गोयल: निवेशकों को दिखना चाहिए नीतिगत भरोसाIPOs में OFSs की भरमार, 2025 में अब तक कंपनियों ने जुटाए ₹96,000 करोड़2025 में पीएसयू बैंक शेयरों की मजबूत तेजी जारी, 2026 में भी बढ़त की उम्मीदप्रेस्टीज एस्टेट्स पोर्टफोलियो विस्तार पर ₹10,000 करोड़ तक करेगी खर्च, MMR-पुणे में बड़ी छलांग की तैयारीफिजिक्सवाला की धमाकेदार लिस्टिंग, पहले ही दिन शेयर 42% चढ़ानिवेशकों से कम निवेश मिलने के बावजूद इक्विटी फंडों की नकदी बढ़ी

G20 सम्मेलन एक अवसर: फ्रांस

मैक्रों के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति 9 और 10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली जाएंगे।

Last Updated- September 05, 2023 | 11:04 PM IST
French President Emmanuel Macron and India's Prime Minister Narendra Modi

फ्रांस ने भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की भागीदारी की पुष्टि करते हुए मंगलवार को कहा कि यह बैठक प्रमुख वैश्विक चुनौतियों के प्रति संयुक्त प्रतिक्रिया को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ने का एक अवसर होगा। मैक्रों के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति 9 और 10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली जाएंगे जिसके बाद वह द्विपक्षीय यात्रा के लिए बांग्लादेश रवाना हो जाएंगे।

बयान में कहा गया कि शिखर सम्मेलन मैक्रों को दुनिया के ‘विखंडन के खतरों’ से निपटने के लिए हर महाद्वीप के अपने समकक्षों के साथ चल रही बातचीत को जारी रखने का अवसर प्रदान करेगा।

Also read: G20 Summit: वित्त प्रतिनिधियों की बैठक में क्रिप्टो और ऋण पर जोर

इसमें कहा गया है, ‘फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 9 और 10 सितंबर को भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली जाएंगे और फिर द्विपक्षीय यात्रा के लिए 10 सितंबर को बांग्लादेश जाएंगे।’ इसमें कहा गया है, ‘जी-20 शिखर सम्मेलन फ्रांस के राष्ट्राध्यक्ष को हर महाद्वीप के अपने समकक्षों के साथ चल रही बातचीत जारी रखने का अवसर प्रदान करेगा ताकि दुनिया के विखंडन के खतरों का मुकाबला किया जा सके।’

बयान में कहा गया, ‘यह प्रमुख वैश्विक चुनौतियों के लिए संयुक्त प्रतिक्रियाओं को लागू करने में प्रगति का एक अवसर भी होगा, जिन्हें केवल बहुपक्षीय कार्रवाई के माध्यम से प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है। यह बहुपक्षीय कार्रवाई शांति और स्थिरता, गरीबी उन्मूलन, जलवायु और हमारे ग्रह की सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और डिजिटल विनियमन आदि हैं।

First Published - September 5, 2023 | 11:04 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट