भारत संकट से जूझ रहे श्रीलंका को दिए गए करीब 1.3 अरब डॉलर के ऋण (लाइन ऑफ क्रेडिट) के पुनर्गठन पर उसके साथ चर्चा करेगा। भारत के आयात निर्यात बैंक (भारत एक्जिम बैंक) से इस द्वीपीय देश के साथ ऋण समझौते को भारत सरकार का समर्थन प्राप्त है।
एक्जिम बैंक के अधिकारियों ने कहा कि बातचीत में सटीक शर्तें तय की जाएंगी कि ऐसी चर्चाओं को सरकार संचालित करेगी और एक्जिम बैंक भागीदारी करेगा। नजदीकी अवधि मुश्किल होने जा रही है।
ऋण का पुनर्भुगतान मार्च 2022 के अंत तक किया गया है। उन्होंने कहा कि पुनर्गठन में मूलधन के पुनर्भुगतान को टाला जा सकता है।
फरवरी, 2022 में भारत के एक्जिम बैंक और श्रीलंका की सरकार ने 50 करोड़ डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस रकम का इस्तेमाल श्रीलंका को मौजूदा ईंधन किल्लतों से मुकाबला करने में मदद करने के लिए किया जाना था। इसी हफ्ते भारत ने कहा था कि वह श्रीलंका के लोकतंत्र, स्थिरता और आर्थिक सुधार के लिए पूरी तरह से सहयोग करने को तैयार है। भारत ने यह वक्तव्य श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे द्वारा अपने पद से इस्तीफा देने के बाद दिया था। बीएस
