UP GBC: उत्तर प्रदेश में सोमवार को होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में धार्मिक महत्व वाले जिलों अयोध्या, मथुरा और वाराणसी में भी बड़े निवेश वाली 40000 करोड़ रुपये की औद्योगिक परियोजनाओं पर काम की शुरुआत होगी।
प्रधानमंत्री Narendra Modi सोमवार को राजधानी लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 10.15 लाख करोड़ रुपये की 14000 से अधिक परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। इस दौरान प्रदेश के सभी 75 जिलों में भी निवेशकों, स्थानीय उद्यमियों का कार्यक्रम आयोजित कर औद्योगिक परियोजनाओं की शुरुआत होगी।
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में वाराणसी में 15 हजार करोड़ से अधिक, मथुरा में 13 हजार करोड़ से अधिक और अयोध्या में 10 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की शुरुआत होगी। इन्हें मिलाकर प्रदेश के प्रमुख 8 धार्मिक स्थलों में 80000 करोड़ की निवेश परियोजनाओं की भी शुरुआत होगी वहीं नैमिषारण्य तीर्थ स्थल के लिए प्रसिद्ध सीतापुर में सबसे ज्यादा 22000 करोड़ की परियोजनाएं शुरु होंगी।
भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में जीबीसी के दौरान 13486.63 करोड़ रुपए की कई परियोजनाओं पर काम सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। इन परियोजनाओं की शुरुआत के साथ ही यहां बड़े पैमाने पर रोजगार का भी सृजन संभव हो सकेगा।
मथुरा को 15000 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया था,जिसके सापेक्ष मथुरा 89.91 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने में सफल रहा। इसी तरह भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में भी 10,155.79 करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाएं धरातल पर उतरेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी 15,313.81 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शुभारंभ होगा। कुल 124 निवेशक यहां अपने उद्यम स्थापित करेंगे, जिससे 43 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेंगे।
इसके अलावा चित्रकूट, भगवान गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर, तीर्थराज प्रयागराज, नैमिषारण्य तीर्थ के लिए प्रसिद्ध सीतापुर और देवी उपासना की स्थली विंध्याचल की भूमि मिर्जापुर को मिलाकर कुल 8 धार्मिक स्थलों में 86 हजार करोड़ की परियोजनाएं मूर्त रूप लेंगी।
कुशीनगर में 1152.38 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की शुरुआत होगी। कुशीनगर को 1800 करोड़ का लक्ष्य दिया गया था। वहीं संगम नगरी प्रयागराज में 9619.9 करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ होगा।
चित्रकूट में 7047.37 करोड़ रुपए की परियोजनाएं मूर्त रूप लेने जा रही हैं, जबकि नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र के लिए सीतापुर भी 21,801.8 करोड़ की निवेश परियोजनाओं को धरातल पर उतारने जा रहा है।
विंध्यवासिनी मंदिर के लिए प्रसिद्ध मिर्जापुर जिले में भी 7358 करोड़ रुपए का निवेश धरातल पर उतरेगा। मीरजापुर को 6500 करोड़ का लक्ष्य मिला था,जिसे 113.21 फीसदी तक प्राप्त कर लिया गया है।