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Critical Minerals: महत्त्वपूर्ण खनिजों की नीलामी में हो सकती है और देरी, निवेशक नहीं दिखा रहे दिलचस्पी

विशेषज्ञ नीलामी के दूसरे दौर की समयसीमा में भी देरी की आशंका जता रहे हैं क्योंकि 45 हजार करोड़ रुपये मूल्य वाले शुरुआती नीलामी दौर में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।

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नितिन कुमार   
Last Updated- April 09, 2024 | 9:54 PM IST

महत्त्वपूर्ण खनिजों में आत्मनिर्भर बनने के भारत के प्रयास को एक और झटका लग सकता है क्योंकि सरकार ने महत्त्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों के पहले दौर के लिए बोलीदाताओं की चयन प्रक्रिया को तीन महीने के लिए टाल दिया है।

यह निर्णय सरकार द्वारा मार्च में संभावित निवेशकों की दिलचस्पी नहीं दिखाने के कारण 13 ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया रद्द करने के तुरंत बाद आया है। खान मंत्रालय के नोटिस के अनुसार, सात खनिज ब्लॉकों के लिए बोलीदाताओं का चयन करने की अंतिम तिथि को 18 अप्रैल से बढ़ाकर 8 जुलाई कर दिया गया है।

उद्योग के विशेषज्ञ नीलामी के दूसरे दौर की समयसीमा में भी देरी की आशंका जता रहे हैं क्योंकि 45 हजार करोड़ रुपये मूल्य वाले शुरुआती नीलामी दौर में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।

उद्योग के एक जानकार ने कहा, ‘न केवल इस दौर में बल्कि अगले दौर में भी बोलीदाताओं को आकर्षित करने में परेशानियां सामने आ सकती हैं क्योंकि मौजूद संसाधनों के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है।’

नीलामी प्रक्रिया में देरी का कारण पता करने के लिए मंत्रालय को भेजे गए सवाल का खबर प्रकाशित करने तक कोई जवाब नहीं मिला। सरकारी सूत्रों का कहना है लोक सभा चुनावों के कारण देरी हो रही है, लेकिन विशेषज्ञ इससे सहमत नहीं हैं।

एक विशेषज्ञ ने कहा कि इससे सवाल उठता है कि अब तक तकनीकी रूप से योग्य बोलीदाताओं (टीक्यूबी) का चयन क्यों नहीं किया गया है। उन्होंने पूछा, ‘सरकार ने चुने हुए बोलीदाताओं की घोषणा रोकने के बजाय टीक्यूबी के ऐलान की तारीख क्यों स्थगित कर दी है।’

First Published : April 9, 2024 | 9:54 PM IST