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Operation Sindoor: भारत ने उखाड़ फेंका आतंकी सप्लाई चैन, जैश; लश्कर और हिज्बुल के 9 कमांड सेंटर ध्वस्त

ऑपरेशन सिन्दूर का लक्ष्य लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिज्बुल मुजाहिदीन (HM) जैसे संगठनों की बुनियादी ढांचे को ध्वस्त करना था।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- May 07, 2025 | 8:50 AM IST

Operation Sindoor: भारतीय सेना ने मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात पाकिस्तान और पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की। भारतीय सेना ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स (X) पर यह घोषणा की।

इस मिशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया था। इसका उद्देश्य लंबे समय से सक्रिय आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिज्बुल मुजाहिदीन (HM) जैसे संगठनों की बुनियादी ढांचे को ध्वस्त करना था।

भारत ने जिन आतंकवाद से जुड़े ठिकानों को नष्ट किया, उनमें शामिल हैं:

मरकज सुभान अल्लाह, बहावलपुर: जैश-ए-मोहम्मद से संबद्ध। दक्षिणी पंजाब में स्थित बहावलपुर लंबे समय से मसूद अजहर के नेतृत्व वाले जैश-ए-मोहम्मद के लिए केंद्रीय कमान के रूप में काम करता रहा है। यह समूह भारत में कई हाई-प्रोफाइल हमलों से जुड़ा हुआ है। इसमें 2001 में संसद पर हमला और 2019 में पुलवामा बम विस्फोट शामिल हैं।

मरकज तैयबा, मुरीदके – लश्कर द्वारा संचालित। लाहौर से लगभग 40 किमी दूर स्थित, मुरीदके लश्कर और उसके प्रमुख संगठन, जमात-उद-दावा के लिए मुख्य केंद्र के रूप में कार्य करता है। 200 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैले इस परिसर में प्रशिक्षण मैदान, रसद सुविधाएँ और प्रशिक्षण यूनिट्स हैं। यह 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में शामिल है।

सरजाल, तेहरा कलां – जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ है। नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब स्थित यह इलाका भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश करने वाले आतंकवादियों के लिए लगातार एंट्री पॉइंट के रूप में काम करता रहा है।

महमूना जोया, सियालकोट – एचएम द्वारा इस्तेमाल किया गया।

मरकज अहले हदीस, बरनाला – लश्कर से जुड़ा हुआ है। तेहरा कलां की तरह, बरनाला साइट का इस्तेमाल अक्सर घुसपैठ बिंदु के रूप में किया जाता रहा है।

कोटली का मरकज अब्बास – जैश-ए-मोहम्मद का ठिकाना। पाक अधिकृत कश्मीर में कोटली को बार-बार फिदायीन (आत्मघाती हमलावर) और आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने के अड्डे के रूप में पहचाना जाता रहा है।

कोटली का मस्कर राहील शाहिद – एचएम द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।

मुजफ्फराबाद का शावाई नाला कैंप – लश्कर द्वारा संचालित।

मुजफ्फराबाद का सैयदना बिलाल कैंप – जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ है।

न्याय पूरा हुआ: भारतीय सेना

भारतीय सेना ने एक्स पर कहा, ”जस्टिस इज सेर्वेड’ (न्याय पूरा हुआ)। सेना ने बताया कि उसने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में आतंकी शिविरों पर सटीक हमले किए हैं। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बदले के रूप में की गई।

एक्स पर भारतीय सेना के अतिरिक्त महानिदेशालय (जन सूचना) ने पोस्ट किया: “न्याय हुआ।” समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पाकिस्तान और PoJK में कई ठिकानों पर किए गए ये हमले भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए संयुक्त ऑपरेशन थे, जिनमें सटीक हथियारों का उपयोग किया गया।

रक्षा मंत्रालय (MoD) के बयान के अनुसार, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत इन हमलों को अंजाम दिया। इसमें कुल नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया।

रक्षा मंत्रालय ने इस अभियान को लक्षित, मापा-तौला और गैर-उत्तेजक (non-escalatory) बताया और यह स्पष्ट किया कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया।

First Published : May 7, 2025 | 8:20 AM IST