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केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के कारण नौकरियां छिनने की आशंकाओं को ‘बकवास’ बताया है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि AI कार्य-केंद्रित है और यह मानव व्यवहार की नकल करते हुए कार्यों को अधिक कुशल बनाता है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे कड़े शब्दों का इस्तेमाल करने पर खेद है। 1999 में मैंने सुना था कि कैसे कंप्यूटर दुनिया को खत्म करने जा रहा है। फिर मैंने सुना कि AI हमारी नौकरियां खत्म कर देगा। कुछ लोग होते हैं, जो किसी भी आविष्कार का सबसे खराब परिदृश्य देखते हैं। AI हमारी नौकरियां छीन लेगा जैसी बातें बकवास हैं।’
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चंद्रशेखर ने शुक्रवार को यहां एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में यह टिप्पण की। भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार एक सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की कोशिशों में जुटी हुई है, जिसके तीन से पांच साल में आकार लेने की उम्मीद है।
चंद्रशेखर ने कहा कि 18 महीने पहले सेमीकंडक्टर डिजाइनिंग के क्षेत्र में एक भी स्टार्टअप नहीं था और आज हमारे पास तकरीबन 30 स्टार्टअप हैं। उन्होंने कहा, ‘हम अगले 10 वर्षों में वह करने जा रहे हैं, जिसे करने में चीन को 30 साल लगे और वह विफल रहा।
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चीन ने सेमीकंडक्टर उद्योग बनाने की कोशिश में पिछले 15 साल में दो अरब अमेरिकी डॉलर खर्च किए और आज उसके पास क्या है? हिंदी में एक मुहावरा है, जीरो बट्टे सन्नाटा।’ केंद्रीय मंत्री ने दावा किया, ‘भारत में अगले तीन से पांच साल में हमारे पास पूरी तरह से प्रतिस्पर्धी विश्व-स्तरीय सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र होगा।’