विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल की फाइल फोटो। | सोर्स: PTI
पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी ISI के अधिकारियों के बांग्लादेश दौरे की खबरों के बीच भारत ने कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर डालने वाले पड़ोसी देशों के घटनाक्रमों पर कड़ी नजर रख रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि हम जरूरत पड़ने पर “उचित” कदम भी उठाएंगे। यह बयान बांग्लादेशी और पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों के बीच बढ़ती बातचीत के संदर्भ में आया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी ISI के Director General of Analysis मेजर जनरल शाहिद आमिर अफसर और कुछ अन्य अधिकारी फिलहाल बांग्लादेश का दौरा कर रहे हैं। ढाका की यात्रा पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों द्वारा ऐसे समय में की गई है जब बांग्लादेशी सैन्य अधिकारियों का एक दल हाल ही में पाकिस्तान गया था और वहां तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मुलाकात की थी।
साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने कहा, “हम देश और क्षेत्र के आसपास की सभी गतिविधियों और राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर डालने वाली सभी गतिविधियों पर नजर रखते हैं। सरकार उचित कदम उठाएगी।” उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के प्रति भारत का रुख दोस्ताना संबंध बनाए रखने का रहा है।
उन्होंने आगे कहा, “हम एक लोकतांत्रिक, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश का समर्थन करते हैं। हम अपने संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं ताकि भारत और बांग्लादेश के लोग समृद्ध हो सकें।”
भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर बाड़ लगाने के भारत के निर्माण पर बांग्लादेश की आपत्ति पर जयसवाल ने कहा कि यह मानव और मवेशियों की तस्करी जैसे आपराधिक गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण कार्य मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों के तहत हो रहा है।
बता दें कि पिछले साल अगस्त में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बीच बर्खास्त प्रधानमंत्री शेख हसीना के ढाका छोड़ने के बाद भारत और बांग्लादेश के संबंधों में तेजी से गिरावट आई है। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार वहां के अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं, पर हमलों को रोकने में विफल रही। इसके बाद दोनों देशों के संबंधों में गिरावट आई।