facebookmetapixel
Stocks to Watch today: Fujiyama Power से लेकर Adani Ent और Info Edge तक, आज इन स्टॉक्स पर रखें नजरStock Market Today: वैश्विक बाजारों में तेजी, गिफ्ट निफ्टी से पॉजिटिव संकेत; बाजार में आज आएगी तेजी ?3 सुपरहिट स्टॉक्स में तेजी का अलर्ट! एनालिस्ट ने बताए टारगेट, स्टॉप-लॉसनीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा, गुरुवार को 10वीं बार लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथHDFC बना भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड, TCS को पछाड़ा; बैंक की वैल्यू 44.9 अरब डॉलरसेंसेक्स 14 महीने बाद फिर पहुंचा 85,000 के पार, IT शेयरों में बड़ी तेजी से निवेशकों में उत्साहबिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: परिवहन एवं पर्यटन में निजी निवेश पर जोर; इलेक्ट्रिक बसें और होमस्टे प्रोजेक्ट्स पर फोकसबिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: कानून-व्यवस्था की सख्ती से बदली सूरत, चहुंमुखी विकास के साथ निवेश और रोजगार में आई तेजीबिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: चक्रीय अर्थव्यवस्था से तालमेल, प्रदूषण नियंत्रण और हरित विकास पर जोरबिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास ने पकड़ी रफ्तार, MSMEs में तेजी

Monsoon 2025: इस बार जल्दी आएगा मानसून, अगले 4-5 दिन में केरल पहुंचेगा; IMD ने जारी किया अपडेट

Monsoon Update: IMD ने पहले अनुमान जताया था कि मानसून 27 मई तक केरल पहुंच सकता है। अगर ऐसा होता है तो यह साल 2009 के बाद मानसून की सबसे जल्दी शुरुआत होगी।

Last Updated- May 20, 2025 | 2:10 PM IST
File Photo: Kerala rain
Representative Image

Monsoon 2025: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 4-5 दिनों में केरल पहुंच सकता है। आमतौर पर मानसून 1 जून को केरल में दस्तक देता है, लेकिन इस बार यह काफी पहले आ सकता है।

IMD ने पहले अनुमान जताया था कि मानसून 27 मई तक केरल पहुंच सकता है। अगर ऐसा होता है तो यह साल 2009 के बाद मानसून की सबसे जल्दी शुरुआत होगी, जब 23 मई को मानसून पहुंचा था।

सामान्य से पहले होगी शुरुआत

मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आने वाले 4-5 दिनों में न केवल केरल में मानसून की शुरुआत की संभावना है, बल्कि इसके आगे बढ़ने के लिए भी परिस्थितियां अनुकूल बन रही हैं। अनुमान है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून इस अवधि में दक्षिण अरब सागर के और हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के बाकी हिस्सों, लक्षद्वीप क्षेत्र के कुछ हिस्सों, केरल, तमिलनाडु, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर भारत के कुछ राज्यों में भी आगे बढ़ सकता है।

इसका मतलब यह है कि मानसून दक्षिण भारत और उत्तर-पूर्व भारत के कई हिस्सों में जल्द ही दस्तक दे सकता है, जिससे इन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियां तेज हो सकती हैं। यह शुरुआती प्रगति खरीफ फसलों की बुआई, जलाशयों की भरपाई और जलवायु संतुलन के लिए बेहद अहम मानी जा रही है। मानसून की यह सक्रियता आने वाले समय में पूरे देश में अच्छी वर्षा के संकेत दे रही है।

हर साल दक्षिण-पश्चिम मानसून (south-west monsoon) आमतौर पर 1 जून को केरल से शुरू होता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है। इसकी वापसी उत्तर-पश्चिम भारत से 17 सितंबर के आसपास शुरू होती है और 15 अक्टूबर तक समाप्त हो जाती है।

Also Read: Delhi Weather Update: झुलसाती गर्मी के बीच अच्छी खबर, दिल्ली में जून के तीसरे हफ्ते में पहुंच सकता है मानसून

बीते सालों में मानसून की शुरुआत की तारीखें:

  • 2024: 30 मई
  • 2023: 8 जून
  • 2022: 29 मई
  • 2021: 3 जून
  • 2020: 1 जून
  • 2019: 8 जून
  • 2018: 29 मई

इस साल सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान

IMD ने अप्रैल में ही पूर्वानुमान दिया था कि 2025 में मानसून सीजन में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। साथ ही, इस बार ‘एल-नीनो’ (El Nino) प्रभाव नहीं रहेगा, जिससे कम वर्षा की संभावना भी नहीं है।

Also Read: भारत में लू के थपेड़ों से होगा बड़ा संकट! इस साल गर्मी के दिन होंगे और भी खतरनाक; IMD का बड़ा अलर्ट

IMD के अनुसार:

  • 96% से 104% बारिश को ‘सामान्य’ माना जाता है।
  • 90% से कम को ‘कम’ वर्षा कहा जाता है।
  • 90% से 95% के बीच को ‘सामान्य से कम’।
  • 105% से 110% को ‘सामान्य से अधिक’।
  • 110% से ऊपर को ‘अत्यधिक’ वर्षा कहा जाता है।

कृषि और जलस्रोतों के लिए अहम है मानसून

भारत की कृषि व्यवस्था मानसून पर काफी हद तक निर्भर है। देश की लगभग 42.3% आबादी की आजीविका कृषि पर निर्भर है, जो देश की GDP में करीब 18.2% योगदान देती है। इसके अलावा, मानसून से जलाशयों में पानी भरता है जो पीने के पानी और बिजली उत्पादन के लिए जरूरी होता है।

First Published - May 20, 2025 | 1:55 PM IST

संबंधित पोस्ट