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Modi 3.0: नरेंद्र मोदी ने बनाया इतिहास, सबको साधने का प्रयास

तीसरी बार प्रधानमंत्री बने मोदी, 30 कैबिनेट, 5 स्वतंत्र प्रभार समेत 72 मंत्रियों ने ली शपथ

Last Updated- June 09, 2024 | 10:53 PM IST
नरेंद्र मोदी ने बनाया इतिहास, सबको साधने का प्रयास, Narendra Modi made history, tried to help everyone

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में आज शाम जब प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तो वह जवाहरलाल नेहरू के बाद लगातार तीन बार इस पद पर बैठने वाले इकलौते राजनेता बन गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भव्य समारोह में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की, जिनमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं।

मोदी के नए मंत्रिमंडल में सबका साथ की छाप साफ नजर आई। उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल 5 सहयोगी दलों को कैबिनेट में एक-एक पद दिया और ऐसा करते समय समाज के सभी वर्गों को पूरी नुमाइंदगी देने की भी कोशिश की। इस कवायद से सरकार का हर वर्ग के सम्मान और समावेशी विकास का संकल्प तो दिखता ही है, क्षेत्रीय राजनीति में भी तमाम वर्गों और जातियों को साधने की कोशिश भी झलकती है।

सफेद कुर्ते और चूड़ीदार पाजामे के साथ नीली जैकेट पहनकर 73 साल के मोदी जब ईश्वर के नाम की शपथ लेने उठे तो तीसरे कार्यकाल के रिकॉर्ड के साथ ही गठबंधन के सहारे सरकार चलाने के दौर की वापसी भी हो गई। मोदी के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। ये सभी पिछली सरकार में भी बेहद अहम मंत्रालय संभाल रहे थे और इन्हें इस बार भी प्रमुखता देना दर्शाता है कि प्रधानमंत्री निरंतरता और अनुभव पर जोर दे रहे हैं।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पांच साल बाद इस बार कैबिनेट में लौट आए और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मोदी कैबिनेट में नए चेहरे हैं। भाजपा नेता पीयूष गोयल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। ये सभी पहले राज्य सभा में थे, लेकिन अब लोक सभा के लिए चुने गए हैं।

मगर पिछली सरकार में मंत्री रहे नारायण राणे, पुरुषोत्तम रूपाला और अनुराग ठाकुर को जीत दर्ज करने के बाद भी इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई। जिस केरल में भाजपा ने कभी सीट नहीं जीती थी, वहां से उसका खाता खुलवाने वाले सुरेश गोपी को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया है। उनके साथ केरल के भाजपा नेता जॉर्ज ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू को लोकसभा चुनाव में लुधियाना से हार के बावजूद मंत्री बनाया गया है।

शपथ लेने वालों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अलावा जनता दल (सेक्युलर) के एच डी कुमारस्वामी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, जद (यू) के राजीव रंजन सिंह और रामनाथ ठाकुर, हम (सेक्युलर) के प्रमुख जीतन राम मांझी, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल और राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी सहित राजग के घटक दलों के कई प्रमुख नेता भी शामिल हैं।

मोदी मंत्रिमंडल में सबसे युवा मंत्री राममोहन नायडू हैं। तेलुगुदेशम पार्टी के नामवर नेता येरन नायडू के बेटे राममोहन नायडू ने महज 36 साल की उम्र में आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम से चुनाव जीतकर मंत्रिमंडल में जगह बनाई है। बिहार के गया से सांसद 78 साल के मांझी कैबिनेट में सबसे उम्रदराज हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे समारोह में थे मगर विपक्ष के ज्यादातर नेता इसमें शामिल नहीं हुए। इस मौके पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और जद(यू) प्रमुख नीतीश कुमार भी मौजूद थे। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान, रजनीकांत, उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी ने भी समारोह में शिरकत की।

शपथ ग्रहण समारोह में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल ‘प्रचंड’ और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे सहित पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के कई शीर्ष नेता मौजूद थे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे, बांग्लादेश की राष्ट्रपति शेख हसीना और सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।

First Published - June 9, 2024 | 10:53 PM IST

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