प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो क्रेडिट: Pexels
बीते गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार 60,244 कांस्टेबल पदों के लिए हुए परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह अब तक किसी भी राज्य पुलिस बल द्वारा सबसे बड़ी भर्ती प्रक्रिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले हफ्ते तमिलनाडु में एक कार्यक्रम में थे, जहां उन्होंने घोषणा की कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) ने 100,000 से अधिक युवाओं को भर्ती किया है। इसके अलावा, 50,000 और लोगों की भर्ती प्रक्रिया CAPF द्वारा चल रही है। इससे पहले, उन्होंने अपनी मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में कहा था कि पांच साल में 243,000 CAPF कर्मियों की भर्ती की गई है।
भारत दुनिया के सबसे कम पुलिस वाले देशों में से एक है। संयुक्त राष्ट्र 222 पुलिसकर्मियों प्रति लाख आबादी की सिफारिश करता है। भारत में 154.84 पुलिसकर्मी प्रति लाख आबादी हैं, जबकि स्वीकृत संख्या 196.88 प्रति लाख है। संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय यूनियन में 2023 और 2022 में पुलिसकर्मियों की संख्या प्रति लाख आबादी क्रमशः 351 और 344 थी।
पुलिस और सार्वजनिक व्यवस्था संविधान में राज्य के विषय हैं। 1 जनवरी, 2023 तक, ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD) की रिपोर्ट ‘डेटा ऑन पुलिस ऑर्गनाइजेशंस’ के अनुसार, 10 राज्यों में पुलिस बल में 25 प्रतिशत से अधिक वैकेंसी खाली थी। राष्ट्रीय रिक्ति दर 21.35 प्रतिशत थी। CAPF और विशेष बलों की स्वीकृत संख्या जनवरी 2023 में 1.11 मिलियन थी। हालांकि, CAPF की वास्तविक संख्या लगभग 1 मिलियन थी, जिसमें 9.85 प्रतिशत पद खाली थी।
पश्चिम बंगाल में 39.42 प्रतिशत पद खाली थी, जो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे अधिक थी, इसके बाद मिजोरम (35.06 प्रतिशत) और हरियाणा (31.86 प्रतिशत) का स्थान था। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार, जो तीन सबसे अधिक आबादी वाले राज्य हैं, में क्रमशः 25.71 प्रतिशत, 26.01 प्रतिशत और 28.88 प्रतिशत पद खाली थी।