मशहूर किताब ‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक और फाइनेंशियल एडवाइजर रॉबर्ट कियोसाकी | फाइल फोटो
मशहूर किताब ‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक और फाइनेंशियल एडवाइजर रॉबर्ट कियोसाकी ने एक बार फिर वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि दुनियाभर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं और लोगों को खुद को बचाने के लिए पारंपरिक निवेश की बजाय बिटकॉइन, सोना और चांदी जैसे विकल्पों को अपनाना चाहिए। बता दें कि उनकी किताब ‘रिच डैड पुअर डैड’ बीते दो दशक से भी ज्यादा समय से इंटरनेशनल बेस्टसेलर रही है और दर्जनों भाषाओं में उसका अनुवाद हो चुका है।
कियोसाकी ने बीते हफ्ते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यूरोप खत्म हो चुका है।” उन्होंने बॉन्ड मार्केट को लेकर भी गंभीर चेतावनी दी। उनका कहना है कि अब बॉन्ड सुरक्षित नहीं हैं। अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा कर्जदार देश बन चुका है।
उन्होंने बताया कि दुनिया भर बॉन्ड मार्केट ढह रहे हैं। साल 2020 से अब तक अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड 13% टूट चुके हैं। यूरोपीय बॉन्ड 24% गिर गए हैं। वहीं, ब्रिटिश बॉन्ड में 32% की भारी गिरावट आई है। कियोसाकी के अनुसार यह स्थिति इस बात का संकेत है कि सरकारों पर कर्ज चुकाने का भरोसा घटता जा रहा है।
कियोसाकी ने यूरोप की स्थिति को और भी खतरनाक बताते हुए कहा, “जर्मनी में सिविल वॉर की आहट है।” उन्होंने दावा किया कि जापान और चीन अमेरिकी बॉन्ड बेच रहे हैं और सोना-चांदी खरीद रहे हैं। उनका कहना है कि लंबे समय तक चलने वाले युद्ध, गलत नीतियां और लापरवाह उधारी देशों को संकट की ओर धकेल रही हैं।
उन्होंने चेताया कि यदि लोग केवल बॉन्ड और फिएट करेंसी जैसे पारंपरिक निवेश पर निर्भर रहेंगे तो वे असुरक्षित हो जाएंगे। इसलिए उन्हें बिटकॉइन, सोना और चांदी जैसे विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए।
कियोसाकी ने 30 अगस्त को एक्स पर एक और पोस्ट शेयर की। इसमें उन्होंने “टॉकिंग योर बुक” नाम के फाइनेंशियल कॉन्सेप्ट की चर्चा की। उन्होंने बताया कि इसका मतलब है लोग पढ़ाना छोड़कर सिर्फ बेचने लगते हैं।
कियोसाकी ने खुद की तुलना उन लोगों से की जिन्हें वे “स्लीजी” यानी गलत तरीके से बेचने वाला बताते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी कैश फ्लो गेम का मकसद लोगों को वित्तीय शिक्षा देना है, जबकि बाकी लोग सिर्फ मुनाफे पर ध्यान देते हैं। उनके मुताबिक शिक्षा को हमेशा मुनाफे से पहले आना चाहिए।