भारतीय सेना का जवान | फाइल फोटो
भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह करने के अगले दिन पाकिस्तान ने उत्तर और पश्चिम भारत में 15 जगहों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की नापाक कोशिश की जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारत ने लाहौर की वायु रक्षा प्रणाली को ठप कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को निशाना बनाने का प्रयास किया। इससे तनाव काफी बढ़ गया है।
मौजूदा हालात की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा एवं परिचालन तैयारियों के प्रति सरकार का संकल्प दोहराया। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सचिवों के साथ बैठक के दौरान जिन मुद्दों पर चर्चा की गई उनमें नागरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना, गलत सूचना और फर्जी खबरों से निपटने के प्रयास और महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल था। मंत्रालयों को राज्य प्राधिकारियों और जमीनी स्तर के संस्थानों के साथ निकट समन्वय बनाए रखने की भी सलाह दी गई। सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी दी। उन्होंने मिसाइल हमलों में कम से कम 100 आतंकवादियों के मारे जाने की बात कही। सभी दलों के नेताओं ने सरकार का समर्थन किया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के साथ ही सीमा के उस पार से स्थिति को बिगाड़ने का काम शुरू हो गया था।