हमास के साथ चल रहे युद्ध के बीच इजरायल से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए केंद्र सरकार ने ऑपरेशन अजय की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत भारत ने गुरुवार को तेल अवीव में अपना पहला विमान भेजा है।
सूत्रों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि एयर इंडिया का बी-787 विमान तेल अवीव से करीब 250 लोगों को निकालने के लिए गुरुवार की शाम 5 बजे दिल्ली हवाई अड्डे से रवाना हुआ।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में जानकारी दी कि चार्टर्ड उड़ान के गुरुवार की शाम तेल अवीव पहुंचने की उम्मीद है और यह शुक्रवार को लगभग 230 भारतीयों के पहले जत्थे को वापस लाएगी।
सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया ऑपरेशन अजय के तहत आज से 18 अक्टूबर के बीच कुल सात उड़ानें संचालित करेगी। हालांकि, एयर इंडिया ने बिज़नेस स्टैंडर्ड के पूछे गए सवाल का कोई जवाब नहीं दिया।
अन्य विमानन कंपनियों के अधिकारियों ने कहा है कि उनसे सरकार को यह बताने के लिए कहा गया है कि वे ऑपरेशन अजय के तहत कितने विमान तैनात कर सकते हैं। एक अधिकारी ने कहा, ‘हम सरकार से निर्देश का इंतजार कर रहे हैं।’
सरकारी अधिकारियों ने कहा कि भारतीय वायु सेना भी तेल अवीव से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए अपने विमान भेज सकती है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 12 हजार से अधिक भारतीय नागरिकों के इजरायल में होने का अनुमान है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा कि विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
इससे पहले तेल अवीव में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने वहां रह रहे भारतीयों के साथ कई बैठकें कीं। दूतावास के अधिकारियों ने भारतीय स्वास्थ्य कर्मी और तेल अवीव विश्वविद्यालय (टीएयू) के छात्रों से भी मुलाकात की है।
केंद्र सरकार के एक सूत्र ने गुरुवार को कहा, ‘ऑपरेशन अजय के तहत पहले विमान के रात 10 बजे के आसपास उड़ान भरने की संभावना है। इजरायल ने पूरी सहायता करने का भरोसा दिया है।’
दूतावास ने कल रात एक्स पर पोस्ट कर कहा कि घर लौटने के लिए पंजीकरण कराने वाले भारतीयों के पहले समूह को बता दिया गया है कि उन्हें विशेष विमान से भेजा जाएगा।
तेल अवीव में रहकर लोगों की देखभाल करने वाले (नर्सिंग पेशे से जुड़े) एक भारतीय ने कहा, ‘इस उड़ान की एक खास बात यह है कि जहां सभी विमानन कंपनियां प्रीमियम शुल्क ले रही हैं वहां हमें इस उड़ान के लिए महज एक न्यूनतम राशि का भुगतान करना है। दूतावास ने पहले ही उन लोगों को ऑनलाइन फॉर्म दिया है जो भारत लौटना चाहते हैं।’
सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन अजय के लिए पंजीकरण कराने वाले कुछ भारतीयों में वे लोग भी शामिल हैं जो अपनी वीजा अवधि के बाद भी इजरायल में रह रहे हैं।
इजरायल में भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि ऑपरेशन अजय तब तक जारी रहेगा जब तक कि वहां से बाहर जाने के लिए तैयार सभी भारतीयों को भेज नहीं दिया जाए।
नागरिकों के दबाव में है सरकार
हमास को नेस्तनाबूद करने के लिए इजरायली सरकार पर जनता का काफी दबाव है। हमास के आतंकियों ने बीते शनिवार को इजरायल में हमला कर देश के अनेक नागरिकों को मार डाला था।
इस बीच गाजा पट्टी के बिजली संयंत्र में बुधवार से ईंधन खत्म होने के बाद आपूर्ति ठप है और इसका खमियाजा वहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
इधर, मिस्र अपने राफा क्रॉसिंग प्वाइंट के माध्यम से सहायता और ईंधन पहुंचाने की अनुमति देने के लिए इजरायल और अमेरिका के साथ बातचीत कर रहा है। युद्ध में अब तक दोनों पक्षों के कम से कम 2,600 लोगों की जान चली गई है।
आशंका जताई जा रही है संख्या में अभी और इजाफा होगा। अधिकारियों का कहना है कि गाजा पट्टी में 1,400 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
इधर, सीरिया के सरकारी मीडिया ने गुरुवार को कहा कि इजरायल के हवाई हमलों में राजधानी दमिश्क और उत्तरी शहर अलेप्पो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को निशाना बनाया गया, जिससे उनके रनवे क्षतिग्रस्त हो गए। सरकारी समाचार एजेंसी ‘सना’ ने एक सैन्य अधिकारी के हवाले से कहा कि हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री का गुरुवार को उनके देश आना इजरायल के प्रति अमेरिका के पूर्ण समर्थन का ठोस उदाहरण है।
उन्होंने इजरायल पर गत सप्ताहांत हमला करने वाले हमास आतंकवादी समूह की तुलना आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से की। इजरायल के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जिस तरह से इस्लामिक स्टेट को कुचल दिया गया था, उसी तरह से हमास को भी कुचल दिया जाएगा।’
(साथ में एजेंसियां)