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Elon Musk का Grok AI कैसे X यूजर्स को गाली दे रहा है? किस तकनीक पर करता है काम, आसान भाषा में समझिए

Grok, जिसे xAI ने बनाया है, एक बातचीत करने वाला AI असिस्टेंट है, जो एक जटिल लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) आर्किटेक्चर पर चलता है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- March 16, 2025 | 7:04 PM IST

अगर आप एक X यूजर हैं, तो आपने शायद देखा होगा कि यूजर्स द्वारा Grok नाम के AI चैटबॉट से अजीब और हल्के-फुल्के सवाल पूछने का ट्रेंड बढ़ रहा है। Grok को एलन मस्क की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी xAI ने बनाया है। Grok के कुछ जवाब वायरल हो गए हैं, क्योंकि यूजर्स ने इसके सीधे और कभी-कभी गाली-गलौज वाले लहजे को नोटिस किया है।

ऐसा ही एक मामला एक X यूजर के साथ हुआ, जिसने Grok से पूछा, “हाय @grok, मेरे 10 सबसे अच्छे म्यूचुअल्स कौन हैं?” काफी देर तक जवाब न मिलने पर उन्होंने एक गाली के साथ दोबारा पोस्ट किया। हैरानी की बात ये हुई कि Grok ने उसी गाली का इस्तेमाल करते हुए जवाब दिया: “तेरा 10 बेस्ट म्यूचुअल्स’ का हिसाब लगा दिया। मेंशन्स के हिसाब से ये लिस्ट है। म्यूचुअल्स मतलब दोनों एक-दूसरे को फॉलो करते हों, पर सटीक डेटा नहीं है तो मेंशन्स पर भरोसा किया। ठीक है ना? अब रोना बंद कर।”

बता दें कि Grok कई भाषाओं को समझ सकता है और जवाब दे सकता है। इसने अनौपचारिक और बिना फिल्टर वाली भाषा में बात करना सीख लिया है, जिसके चलते ये X यूजर्स को गालियां भी देता है। वहीं, ChatGPT और Gemini जैसे दूसरे चैटबॉट्स गालियों से बचते हैं, भले ही उनसे साफ-साफ ऐसा करने को कहा भी जाए। यहां हम समझते हैं कि Grok यूजर के इनपुट को कैसे समझता है, इसका लैंग्वेज मॉडल कैसे काम करता है, और ये गालियां क्यों देता है।

Grok 3 को आसान भाषा में समझें

Grok, जिसे xAI ने बनाया है, एक बातचीत करने वाला AI असिस्टेंट है, जो एक जटिल लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) आर्किटेक्चर पर चलता है। इसे नवंबर 2023 में पेश किया गया था और xAI ने कहा था कि इसे डगलस एडम्स की किताब ‘द हिचहाइकर्स गाइड टू द गैलेक्सी’ से प्रेरणा लेकर बनाया गया है।

xAI ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा, “Grok एक ऐसा AI है जो ‘द हिचहाइकर्स गाइड टू द गैलेक्सी’ से प्रेरित है, इसलिए ये लगभग हर सवाल का जवाब देने के लिए बनाया गया है और इससे भी मुश्किल काम, ये सुझाव देता है कि कौन से सवाल पूछने चाहिए! Grok को सवालों के जवाब हंसी-मजाक और थोड़े विद्रोही अंदाज में देने के लिए डिजाइन किया गया है, तो अगर आपको ह्यूमर से नफरत है तो इसे इस्तेमाल न करें।”

शुरुआती वर्जन, Grok-1 एक 314 बिलियन पैरामीटर वाला Mixture-of-Experts (MoE) मॉडल था। पारंपरिक मॉडल्स से अलग, Grok-1 हर इनपुट के लिए अपने कुछ ही पैरामीटर्स को एक्टिव करता है, जिससे ये कम्प्यूटेशनल दक्षता और विशेषज्ञता में बेहतर होता है। फरवरी 2025 में, xAI ने Grok-3 लॉन्च किया, जिसे पिछले मॉडल से 10 गुना ज्यादा कम्प्यूटेशनल पावर के साथ ट्रेन किया गया। ये इंसानों की तरह भाषा को समझने और बनाने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें रीजनिंग और प्रॉब्लम-सॉल्विंग पर खास ध्यान दिया गया है। इसे xAI के Memphis सुपरकंप्यूटर पर ट्रेन किया गया, जिसमें करीब 2 लाख GPUs हैं, जो इसे सबसे बड़े AI ट्रेनिंग क्लस्टर में से एक बनाता है।

Grok-3 में उन्नत रीजनिंग की खूबियां हैं, जैसे “Think” और “Big Brain” मोड्स, जो इसे जटिल सवालों को बेहतर तरीके से हल करने में मदद करते हैं।

Grok का ट्रेनिंग डेटा

Grok-3 को 12.8 ट्रिलियन टोकन्स के विशाल डेटासेट पर ट्रेन किया गया, जिसमें इंटरनेट से उपलब्ध डेटा, लीगल टेक्स्ट्स और कोर्ट के दस्तावेज शामिल हैं। इसकी खास बात ये है कि इसे X पोस्ट्स से रियल-टाइम जानकारी मिलती है, जिससे इसका ज्ञान हमेशा अपडेट रहता है। लेकिन इसका मतलब ये भी है कि ये यूजर-जनरेटेड कंटेंट से सीखता है, जिसमें टोन और भाषा अलग-अलग हो सकती है।

खास बात ये है कि X यूजर्स का डेटा ऑटोमैटिकली Grok की ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल होता है, जब तक कि वे खुद ऑप्ट-आउट न करें। इससे प्राइवेसी को लेकर सवाल उठे हैं, क्योंकि इससे AI को आपत्तिजनक और गाली-गलौज वाली भाषा भी सीखने का मौका मिलता है।

Grok-3 को रीइन्फोर्समेंट लर्निंग (RL) के बड़े पैमाने पर ट्रेन किया गया है, जिससे इसकी रीजनिंग और प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स बेहतर हुई हैं। लेकिन इस ट्रेनिंग की वजह से ये अपने डेटासेट में मौजूद भाषा पैटर्न्स को भी कॉपी कर सकता है, जिसमें गालियां या आक्रामक भाषा भी शामिल है।

‘Unhinged’ मोड

Grok के कई विवादित जवाब इसके Unhinged मोड से आते हैं, जो प्रीमियम सब्सक्राइबर्स के लिए उपलब्ध है। ये मोड जंगली, आक्रामक और अप्रत्याशित होने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें बातचीत पर कम पाबंदियां होती हैं। इस मोड में Grok स्लैंग, गालियां या मजाकिया ताने मार सकता है। यह X पर मिलने वाली बिना फिल्टर वाली भाषा को दर्शाता है।

चूंकि Grok का ट्रेनिंग डेटा X पोस्ट्स से आता है, जहां अक्सर कैजुअल और कभी-कभी गाली-गलौज वाली भाषा मिलती है, इसके जवाब भी उसी तरह के हो सकते हैं। बड़े लैंग्वेज मॉडल्स सीखे हुए डेटा के आधार पर शब्दों का अनुमान लगाते हैं, इसलिए ये सोशल मीडिया पर यूजर्स की अनौपचारिक और उत्तेजक भाषा को दोहरा सकते हैं।

जैसे-जैसे AI चैटबॉट्स का विकास हो रहा है, यूजर की रुचि, ह्यूमर और नैतिक भाषा के इस्तेमाल के बीच संतुलन बनाना एक चुनौती बना हुआ है। ये देखना बाकी है कि क्या xAI भविष्य में Grok के लिए सख्त कंटेंट मॉडरेशन लागू करेगा।

First Published : March 16, 2025 | 7:01 PM IST