महाराष्ट्र की तरफ निवेशकों को आकर्षित करने के मकसद से दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक परिषद (World Economic Forum) में हिस्सा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहले ही दिन 45 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश समझौते किये। जिससे राज्य में 10 हजार लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार निर्माण होने की उम्मीद जताई जा रही है।
इस संबंध में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्योग मंत्री उदय सामंत की उपस्थिति में समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। शिंदे ने कहा कि दावोस में पहले ही दिन 45 हजार करोड़ से अधिक निवेश के समझौता करार किए गए। इससे महाराष्ट्र पर उद्योग और निवेशकों का विश्वास साबित हुआ है। उद्योग मंत्री सामंत ने ट्वीट कर जानकारी दी कि इस निवेश से राज्य में कम से कम 10,000 लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री की दावोस यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि सत्ता में आने के बाद से ही शिंदे-फडणवीस सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए वैश्विक और घरेलू निवेशकों को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है। वो भी तब जब महाराष्ट्र से हजारों करोड़ों के प्रोजेक्ट्स के पड़ोसी राज्यों में जाने का आरोप लगाकर विपक्ष लगातार हमला बोल रहा है।
अधिकारियों की तरफ से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शिंदे की दो दिन की यात्रा के दौरान प्रमुख विदेशी निवेशकों और वैश्विक कंपनियों के साथ लगभग 21 MoU पर हस्ताक्षर किए जाने हैं। इन निवेश से अगले कुछ साल में 66,500 रोजगार पैदा होंगे और राज्य 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर आगे बढ़ सकेगा।
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मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से दावोस में हुए समझौता करार के बारे में दी गई जानकारी में कहा गया कि पहले दिन पांच कंपनियों के साथ करार किया गया। इस समझौता करार के अवसर पर उद्योग मंत्री उदय सामंत, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव भूषण गगराणी, उद्योग प्रधान सचिव डॉ. हर्षदीप कांबले, एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. विपीन शर्मा आदि उपस्थित थे।