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Bharat NCAP: गडकरी ने लॉन्च किया ‘न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम’, अब देश में ही मिलेगी कारों की सेफ्टी रेटिंग

Bharat NCAP सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा शुरू की गई एक सेफ्टी असिसमेंट पहल है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- August 22, 2023 | 7:17 PM IST

Bharat NCAP: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार को देश का पहला दुर्घटना परीक्षण कार्यक्रम ‘Bharat NCAP’ पेश किया। इसका मकसद 3.5 टन तक के मोटर वाहनों के सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार करना है। Bharat NCAP के माध्यम से केंद्र सरकार का उद्देश्य ज्यादा सुरिक्षित वाहनों की मांग को बढ़ाना और उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करना है।

ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए महत्वपूर्ण दिन- गडकरी

सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि यह ऑटोमोबाइल उद्योग और समाज के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इससे वाहनों के सेफ्टी फीचर्स में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि Bharat NCAP (न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम) तंत्र को सभी हितधारकों के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थित तरीके से तैयार किया गया है। केंद्र सरकार का मानना है कि उच्च सुरक्षा मानक भारतीय वाहनों को ग्लोबल मार्केट में बेहतर तरीके से मुकाबला करने में मदद करेंगे और भारतीय कार निर्माताओं के निर्यात क्षमता को बढ़ावा मिलेगा।

Bharat NCAP एक अक्टूबर 2023 से लागू होगा

गडकरी ने कहा कि देश दो चुनौतियों सड़क दुर्घटना और वायु प्रदूषण का सामना कर रहा है। भारत में हर साल करीब पांच लाख दुर्घटनाएं होती हैं और इन दुर्घटनाओं के कारण करीब 1.5 लाख लोगों की जान जाती है। कार्यक्रम के तहत, कार निर्माता स्वेच्छा से ऑटोमोटिव उद्योग मानक (AIS) 197 के अनुसार ट्रायल किए गए अपने वाहनों की पेशकश कर सकते हैं। Bharat NCAP एक अक्टूबर 2023 से लागू किया जाएगा।

क्या है Bharat NCAP?

Bharat NCAP सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा शुरू की गई एक सेफ्टी असेसमेंट पहल है। इसका उद्देश्य भारत में उन यात्री वाहनों (passenger vehicles) के सेफ्टी परफॉर्मेंस का मूल्यांकन करना है जिनका वजन 3.5 टन से कम है और जिसमें आठ यात्री तक बैठ सकते हैं।

इसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और ब्रिटेन जैसे देशों के साथ भारत के सुरक्षा मानकों को मैच करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें वाहनों को क्रैश टेस्ट और पॉइंट-आधारित मूल्यांकन के आधार पर स्टार रेटिंग दी जाएगी।

वाहनों को किस तरह दी जाएगी देसी सेफ्टी रेटिंग

रेटिंग क्रैश टेस्ट की एक सीरीज के आधार पर दी जाएगी। फ्रंटल क्रैश टेस्ट 64 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से किया जाता है। साइड क्रैश टेस्ट 50 किमी प्रति घंटे और पोल-साइड क्रैश टेस्ट 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर किया जाएगा।

द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, रेटिंग दो मानदंडों के आधार पर दी जाती है। पहला मानदंड आगे के यात्रियों के लिए वयस्क सुरक्षा और दूसरा पीछे के यात्रियों के लिए बाल सुरक्षा मानदंड है। वयस्क सुरक्षा के लिए, एक कार को 5-स्टार रेटिंग प्राप्त करने के लिए अधिकतम 32 अंकों में से न्यूनतम 27 अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। बच्चों की सुरक्षा के लिए 49 में से कम से कम 41 अंक प्राप्त करने वाले वाहनों को 5-स्टार रेटिंग दी जाती है।

वाहन निर्माता अपनी कारों के लिए BNCAP  रेटिंग कैसे प्राप्त कर सकते हैं?

BNCAP के तहत, मोटर वाहन निर्माताओं या आयातकों को केंद्र सरकार द्वारा नामित एजेंसी को फॉर्म 70-ए के लिए आवेदन करना होगा। नामित एजेंसी समय-समय पर संशोधित ऑटोमोटिव उद्योग मानक (AIS)-197 के अनुसार अपने मोटर वाहन को स्टार रेटिंग दिलाएगी।

वाहन की स्टार रेटिंग नामित एजेंसी द्वारा निर्दिष्ट पोर्टल पर अपलोड की जाएगी, इसमें कहा गया है कि BNCAP एक स्वैच्छिक कार्यक्रम होगा।

रेनॉल्ट इंडिया ऑपरेशंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) वेंकटराम मामिलापल्ले ने कहा, ‘मैं इस दूरदर्शी और ऐतिहासिक पहल के लिए भारत सरकार की सराहना करता हूं।’

‘यह पहल भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, क्योंकि हमारी सड़कों पर होने वाली मौतों को कम करने की आवश्यकता कभी इतनी अधिक नहीं रही है। सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने के साथ, Bharat NCAP हमारे वाहनों के सुरक्षा मानकों का आकलन करने और उन्हें बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।’

भाषा के इनपुट के साथ।

First Published : August 22, 2023 | 5:50 PM IST