बी20 इंडिया (B20 India) के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने सोमवार को कहा कि भारत के नेतृत्व के दौरान बिजनेस-20 मंच की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है और उसके पास ऐसे एजेंडा पर काम करने का अनूठा अवसर है जो सभी जी-20 देशों और बाकी दुनिया के लिए मूल्यवर्द्धन (value addition) करने वाला हो सकता है। बिजनेस 20 (बी20) वैश्विक कारोबारी समुदाय के लिए आधिकारिक जी20 संवाद मंच है। यह जी20 के सबसे अहम सरोकार समूहों में से एक है जिसमें कंपनियां और कारोबारी संगठन भागीदारी करते हैं।
बी20 इंडिया की आरंभिक बैठक को संबोधित करते हुए टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखरन ने कहा कि भारत के नेतृत्व में इस मंच पर कई क्षेत्रों में अनेक पहलें शुरू की जाएंगी जिनमें वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला, रचनात्मक कौशल, चक्रीय अर्थव्यवस्था, डिजिटल रूपांतरण और वित्तीय समावेशन शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा समय में, जब कई तरह के बदलाव हो रहे हैं, ऐसे में विश्व में भारत की स्थिति बहुत ही अलग है। भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान बी20 के पास अनोखा अवसर तो है ही, उसे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका भी निभानी है।’’ चंद्रशेखरन ने बताया कि उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) बीते 12 वर्षों से बी20 से जुड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज हमारे पर अवसर है कि हम बीते वर्षों में बी20 की प्रगति और विकास को देख सकते हैं और आज दुनिया जिस तरह से काम कर रही है उस संदर्भ में इससे जोड़कर देख सकते हैं। हम ऐसे एजेंडा पर काम करने में भी सक्षम है जो हमें बहुत ही उत्साहजनक लगता है और सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि जी20 देशों, यहां तक कि पूरी दुनिया के लिए मूल्यवर्द्धन करने वाला हो सकता है।’’
भारत सरकार ने बी20 इंडिया की प्रक्रियाओं की अगुवाई के लिए सीआईआई को बी20 भारत सचिवालय नियुक्त किया है। भारत के जी20 अध्यक्षता संभालने के साथ ही सीआईआई ने भी बी20 भारत सचिवालय का प्रभार एक दिसंबर, 2022 से संभाल लिया है।
चंद्रशेखरन ने कहा कि मंच ने नौ क्षेत्रों की पहचान की है जिनमें से सात के लिए विशेष कार्यसमूह बनाए गए हैं, जबकि बाकी दो के लिए कार्रवाई समूहों का गठन किया गया है।
उन्होंने बताया, ‘‘सात कार्यबलों को हमने जिन विषयों पर केंद्रित किया है वह आज की दुनिया की और आने वाले वक्त की जरूरतें हैं।’’ उन्होंने बताया कि पहला कार्यसमूह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के लिए है और इस विषय पर कि इन्हें जुझारू कैसे बनाया जाए।