Representative Image
भारत और पाकिस्तान के बीच 12 मई को सैन्य कार्रवाइयों को रोकने को लेकर बनी सहमति आगे भी जारी रहेगी। भारतीय सेना के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी और इस बात को स्पष्ट रूप से खारिज किया कि यह सहमति केवल अस्थायी थी और इसकी अवधि 18 मई को खत्म हो जाएगी।
सेना अधिकारी ने बताया कि यह निर्णय डीजीएमओ (सैन्य संचालन महानिदेशक) के बीच बातचीत के दौरान लिया गया था और इसके लिए किसी तरह की समाप्ति तिथि तय नहीं की गई है। उन्होंने कहा, “जहां तक सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के निर्णय की बात है, इसकी कोई अंतिम तिथि नहीं है।”
इसके साथ ही सेना ने यह भी साफ किया कि रविवार को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच किसी प्रकार की बातचीत तय नहीं है।
यह भी पढ़ें…ISRO की 101वीं उड़ान को लगा झटका, तीसरे चरण में फेल हुआ PSLV-C61 मिशन
गौरतलब है कि 12 मई को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच बातचीत हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने यह सहमति जताई थी कि सीमा और अग्रिम इलाकों में गोलीबारी या किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई नहीं की जाएगी। साथ ही यह भी फैसला लिया गया था कि दोनों देश सीमाओं पर सैनिकों की संख्या में कमी लाने के लिए तत्क्षण कदम उठाएंगे।
इससे पहले 7 मई को भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया था, जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए थे। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक भीषण आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
सेना अधिकारी ने यह भी बताया कि 11 मई को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया था कि पाकिस्तान की ओर से डीजीएमओ ने भारत को संपर्क कर यह प्रस्ताव रखा था कि दोनों देश शांति बनाए रखें और सैन्य कार्रवाइयों को रोक दें।