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पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर उठे सवाल, लोगों में असुरक्षा की भावना; तीर्थयात्रियों की बुकिंग में गिरावट

जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था को धार्मिक पर्यटन से भी काफी ताकत मिलती है। मगर पहलगाम में हुई दर्दनाक घटना के बाद तीर्थ यात्रियों के मन में असुरक्षा की भावना घर कर गई है।

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शिवा राजौरा   
अक्षरा श्रीवास्तव   
Last Updated- April 24, 2025 | 11:30 PM IST

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले हजारों तीर्थ यात्रियों के मन में सुरक्षा को लेकर चिंता उभर आई हैं। कुछ तीर्थ यात्रियों ने तो इस साल जुलाई-अगस्त में होने वाली अपनी इस यात्रा पर जाने की योजना रद्द करनी भी शुरू कर दी है। जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था को धार्मिक पर्यटन से भी काफी ताकत मिलती है। मगर पहलगाम में हुई दर्दनाक घटना के बाद तीर्थ यात्रियों के मन में असुरक्षा की भावना घर कर गई है। इस केंद्र शासित राज्य में स्थित अमरनाथ गुफा गर्मी के आखिरी दिनों में खुलती है।

वंडर कंसल्टेंट वर्ल्ड यात्रा में यात्रा सलाहकार वंश कुमार ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘अब तक हमने 150 बुकिंग की थी मगर अब उनके रद्द होने का सिलसिला शुरू हो गया है। दो बुकिंग तो रद्द हो चुकी हैं और आने वाले समय में यह संख्या और बढ़ सकती है। लोग अगला कदम उठाने से पहले सरकार से ठोस आश्वासन मिलने का इंतजार कर रहे हैं।‘ पिछले साल इस एजेंसी ने अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए 200 से अधिक यात्राओं का प्रबंध किया था।

एक अन्य ट्रैवल एजेंसी श्राइन यात्री के वरिष्ठ प्रबंधक मुकेश कुमार ने भी ऐसा ही अंदेशा जताया। इस एजेंसी ने पिछले साल 400-500 यात्राएं कराई थीं। कुमार ने कहा, ‘अमरनाथ यात्रा के लिए हमारे पास अब तक 10 बुकिंग आई हैं मगर आगे चलकर यह संख्या बढ़ने के बजाय और कम हो सकती है। अब तक किसी ने बुकिंग रद्द तो नहीं कराई है लेकिन सुरक्षा हालात को लेकर चिंता गहराने के बाद लोग अपने अगले कदमों पर विचार करने लग गए हैं।‘

कुमार ने कहा कि वे सरकार की तरफ से स्पष्ट संकेत मिलने का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि अमरनाथ यात्रा पहले भी कई बार निलंबित हो चुकी हैं।

हरेक साल देश के कोने-कोने से लोग अमरनाथ यात्रा पर जाते हैं। इस साल यात्रा 3 जुलाई को शुरू होने वाली है जो 9 अगस्त तक चलेगी। इस यात्रा के लिए अग्रिम पंजीयन 14 अप्रैल को ही शुरू हो गया था। सूत्रों के अनुसार अमरनाथ गुफा बोर्ड को पिछले 10 वर्षों में 9,000 से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए थे।

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड से जुड़े एक अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘कश्मीर घाटी में एक बार फिर दहशत का माहौल है और वह भी तब जब पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू होता है। मौजूदा हालात इस क्षेत्र के लिए ठीक नहीं लग रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में अमरनाथ यात्रा करने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। इस साल के लिए भी हमने तैयारियां शुरू कर दी थीं मगर अब सब अधर में लटका नजर आ रहा है। हम सरकार से भी स्पष्ट संकेत मिलने का इंतजार कर रहे हैं।‘

पिछले कुछ वर्षों से अमरनाथ यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी दिखी है। पर्यटन विभाग के अनुसार वर्ष 2024 में अमरनाथ यात्रियों की संख्या 5.12 लाख तक पहुंच गई, जो पिछले 10 वर्षों का सर्वोच्च आंकड़ा है। वर्ष 2023 में 4.45 श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा के दर्शन किए थे।

First Published : April 24, 2025 | 10:50 PM IST