तकनीक और वितरण क्षमता मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वित्त वर्ष 2025 में जानबूझकर अपने खुदरा कारोबार को कम करने के बाद येस बैंक ने वित्त वर्ष 2026 में वृद्धि दर तेज करने की योजना बनाई है। हालांकि यह नीति कुछ अन्य बैंकों की तरह आक्रामक नहीं होगी, बल्कि अधिक ‘अनुशासित’ तरीके से लागू की जाएगी। इसी के मुताबिक बैंक ने चालू वर्ष के लिए 10 से 12 प्रतिशत का एक रूढ़िवादी वृद्धि लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसका उद्देश्य अपने वितरण को बेहतर बनाना जारी रखते हुए बाजार की बारीकी से निगरानी करना है।
येस बैंक के कार्यकारी निदेशक राजन पेंटल ने बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि बैंक का लक्ष्य आंतरिक ग्राहक कवरेज पर विशेष ध्यान देने के साथ एक मजबूत खुदरा फ्रैंचाइजी का निर्माण करना है।
पेंटल ने कहा, ‘पिछला साल ठहराव का साल था। इस साल हम वापसी के लिए पूरी तरह तैयार हैं। लेकिन हमने इस साल लगभग 10 से 12 प्रतिशत की मध्यम वृद्धि का लक्ष्य रखा है। हम बाजार पर बहुत सावधानी से नजर रखेंगे और वितरण पर काम करते रहेंगे।’ पेंटल ने कहा कि अगर इच्छा हो तो बैंक अपना खुदरा कारोबार 30 प्रतिशत की दर से बढ़ा सकता है, क्योंकि प्लेटफॉर्म तैयार है, लेकिन वे अनुशासित तरीके से वृद्धि करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘आंतरिक ग्राहकों पर ध्यान अधिक होगा। यह सिर्फ खुदरा संपत्ति के मामले में नहीं है, बल्कि फ्रेंचाइजी के मामले में भी है। हम अपने उन ग्राहकों तक अपने उत्पाद का कवरेज बढ़ाना चाहते हैं, जिन्हें हमने बनाया है।’
उन्होंने कहा कि बैंक कुछ उत्पादों को अन्य उत्पादों की तुलना में तेजी से बढ़ाना चाहता है। वित्त वर्ष 2025 में येस बैंक का खुदरा कारोबार सालाना आधार पर 3.4 प्रतिशत कम होकर 1.01 लाख करोड़ रुपये रह गया था। हालांकि बैंक का एसएमई, मिड कॉर्पोरेट और कॉर्पोरेट ऋण इस अवधि के दौरान क्रमशः 23.6 प्रतिशत, 22 प्रतिशत और 11.5 प्रतिशत सालाना बढ़ा था।