Umesh Revankar, Executive Vice-Chairman, Shriram Finance
श्रीराम फाइनैंस ने सिंडिकेटेड टर्म लोन (सावधि ऋण) के जरिये 42.5 करोड़ डॉलर और 4 करोड़ यूरो जुटाए हैं। गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) ने यह जानकारी एक्सचेंजों को दी।
कंपनी ने भारत में लघु उद्यमियों और कमजोर समूहों के सशक्तीकरण के लिए यह रकम जुटाई है। इसके कुछ ही अवधि पहले कंपनी ने 40.4 करोड़ डॉलर जुटाए थे।
कंपनी ने सामाजिक ऋण के लिए तीन वर्षीय बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ECB) सुविधा का गठन किया था। इसमें एंकर की भूमिका में बीएनपी पारिबा (BNPP), डीबीएस बैंक (DBS), हॉन्गकॉन्ग ऐंड शांघाई बैंकिंग कारपोरेशन (HSBC) और सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कारपोरेशन (SMBC) हैं।
ये ECB सुविधा के लिए संयुक्त अधिदेशित प्रमुख व्यवस्थापक और बुक रनर तथा सामाजिक ऋण समन्वयक हैं।
श्रीराम फाइनैंस लिमिटेड के कार्यकारी उपाध्यक्ष रमेश रेवणकर ने बताया, ‘यह निजी क्षेत्र की गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी का सबसे बड़ा सिंडिकेटेड बहु मुद्रा लेन-देन है।’ उन्होंने बताया कि इस सुविधा को सोशल ऋण कहा गया है।