ऑफिस स्पेस सॉल्युशंस अगले साल आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिए 500-600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी के अधिकारी ने यह जानकारी दी। कंपनी की योजना इससे मिलने वाली रकम का इस्तेमाल बढ़त व विस्तार पर करने का है, साथ ही वह शेयरधारक अपना निवेश निकाल भी सकते हैं, अगर वह ऐसा करना चाहें।
क्रिसकैपिटल और सिकोया से निवेश हासिल करने वाली कंपनी इस आईपीओ के दौरान अपने मौजूदा निवेशकों की आंशिक निकासी से दो-चार हो सकती है।
कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ अमित रमानी ने कहा, सार्वजनिक निर्गम के लिए बाजार में उतरने तक हमारा कारोबार करीब 1,000 करोड़ रुपये का होगा और हमारे 200 से ज्यादा केंद्र होंगे। बढ़त की मजबूत व्यवस्था और नियोजित पूंजी पर उच्च रिटर्न व मजबूत फंडामेंटल के साथ मेरा मानना है कि इस आईपीओ का प्रदर्शन अच्छा रहेगा क्योंंकि हमारा फंडामेंटल मजबूत है।
ऑफिस ने आखिरी बार साल 2019 में रकम जुटाई थी और वह साल 2018 से ही एबिटा के स्तर पर लाभ में है। तीन दौर में निवेश करने वाली सिकोया इंडिया ने इस फर्म में 170-175 करोड़ रुपये निवेश किया है और क्रिसकैपिटल का निवेश इस कारोबार में करीब 200 करोड़ रुपये का है।
वित्त वर्ष 22 में ऑफिस की सालाना राजस्व दर 400 करोड़ रुपये की रही और मासिक रिटर्न 33-34 करोड़ रुपये रहा। अब कंपनी का लक्ष्य दिसंबर तक इसे 60 करोड़ रुपये पर और मार्च 2023 तक 82 करोड़ रुपये पर पहुंचाने का है। एबिटा स्तर पर कंपनी 32-35 फीसदी के पास है और दिसंबर तक वह कर पश्चात लाभ के मामले में सकारात्मक हो सकती है।
रमानी ने कहा, हमारी कामयाबी का मंत्र हमारा यूनिक बिजनेस मॉडल, प्रबंधित एग्रीगेशन मॉडल रहा है। पहली पीढ़ी के उद्यमी रमानी, ऑफिस महामारी में अपना अस्तित्व बचाने में कामयाब रही और अब विस्तार की राह पर है। साल 2015 में 50 केंद्रों में 30,000 सीट थे, जो अब दोगुना होकर 131 केंद्र और 75,500 सीट हो गए हैं। इसके अतिरिक्त अब उसकी योजना 150 केंद्र और जोडऩे की है और कुल सीट 1 लाख से ज्यादा पर पहुंचाने की है, जो अगले कुछ महीनों में हो सकता है।