इस पूरे सप्ताह को निपटान का हफ्ता कहा जा सकता है। सीमित दायरे के कारोबार के चलन में कोई बदलाव नजर नहीं आया।
निफ्टी में एक फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 2,763 अंकों पर बंद हुआ। जबकि सेंसेक्स में 0.55 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 8,891 अंक पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार 10 सत्रों तक बिकवाल बने रहे।
नजरिया
2,675-2,800 अंकों के दायरे वाले कारोबार का चलन जल्द ही खत्म होना चाहिए। जब तक विदेशी संस्थागत निवेशक अपना रवैया नहीं बदलते हैं तब तक इसमें गिरावट आ सकती है और 2,500-2,600 अंकों के बीच सीमित कारोबार हो सकता है। ऊपरी स्तर पर 2,850 का प्रतिरोध बना रह सकता है।
दलील
बाजार 2,850 अंक से ऊपर नहीं जा सकता। मंदी की धारणा और कारोबार से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि गिरावट की संभावना ज्यादा बन सकती है। यह सामान्य स्तर पर आ सकता है और इसमें ब्रेकआउट भी हो सकता है।
दूसरी दलील
एक सीमित दायरे के कारोबार के समय और दिशा के संदर्भ में बताना बहुत मुश्किल है। इसक ा तकनीकी विश्लेषण करना भी बहुत मुश्किल है। मांग और आपूर्ति में थोड़ी बढ़ोतरी होने से कम कारोबार की स्थिति पर विपरीत असर डालेगी।
तेजड़िए और मंदड़िए
कारोबारियों को यह सलाह है कि वे उन्हीं काउंटरों पर बने रहें जहां शेयर बेचने पर तुरंत पैसा मिले। इसके साथ ही जब तक ब्रेकआउट न हो, वे अपनी पोजीशन पर सख्ती से बने रहें।
आईटी सेक्टर को पिछले हफ्ते ही गिरावट देखनी पड़ी है। बैंक निफ्टी में भी 1 फीसदी की गिरावट हुई। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक निजी क्षेत्र के बैंकों से ज्यादा गिरे। सीमेंट और रियल एस्टेट के शेयरों में भी अच्छी खासी गिरावट दर्ज की गई।
एसीसी
मौजूदा भाव: 540 रुपये
लक्ष्य: 520 रुपये
एसीसी के शेयर को मौजूदा स्तर पर समर्थन है। अगर एसीसी 540 रुपये के नीचे बंद होता है तो इसका न्यूनतम लक्ष्य 520 रुपये होगा। अगर यह इससे नीचे जाता है तो यह 500 रुपये होगा। 550 रुपये पर स्टॉप लॉस करें और शॉर्ट जाएं, साथ ही 520 रुपये पर मुनाफा वसूलें।
बैंक ऑफ बड़ौदा
मौजूदा भाव: 220 रुपये
लक्ष्य: 235 रुपये
इसके शेयर में 205 रुपये के निचले स्तर पर ज्यादा कारोबार हुआ। इसमें 235 रुपये के स्तर तक बढ़ने की क्षमता है। लेकिन 240 रुपये से आगे जाने की बहुत कम संभावना है। 210 रुपये के स्तर पर स्टॉप लॉस लगाएं और लॉन्ग जाएं। साथ ही 232 रुपये के ऊपरी स्तर पर मुनाफा बुक करें।