अपने गैर-जीवन बीमा समकक्षों से प्रेरणा लेते हुए जीवन बीमा परिषद ने बुधवार को राष्ट्रव्यापी अभियान ‘सबसे पहले जीवन बीमा’ के अगले चरण की शुरुआत की। इसका मकसद बीमा को लेकर जागरूकता बढ़ाना और देश में जीवन बीमा की पहुंच बढ़ाना है। परिषद ने इस पहल पर अगले 3 वर्षों के लिए सालाना 160 करोड़ रुपये तक खर्च करने की योजना बनाई है।
आदित्य बिड़ला सन लाइफ इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ कमलेश राव ने कहा, ‘अगले 3 साल तक हमने हर साल 150 से 160 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। कंपनियों का अंशदान एपीई (एनुअलाइज्ड प्रीमियम इक्वीवैलेंट) के आधार पर होगा। आगे चलकर जैसे जैसे मात्रा बढ़ेगी, उपलब्ध धन भी बढ़ता रहेगा।’
जीवन बीमा परिषद ने एक बयान में कहा, ‘इस अभियान की योजना एक वर्ष तक चलने वाली पहल के रूप में बनाई गई है। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं के बीच व्यवहार में बदलाव लाना तथा जीवन बीमा समाधानों के बारे में जागरूकता और पहुंच बढ़ाना है।’
वित्त वर्ष 2024 में जीवन बीमा की पहुंच घटकर 2.8 प्रतिशत रह गई, जो वित्त वर्ष 2023 में 3 प्रतिशत थी। वित्त वर्ष 2024 में जीवन बीमा उद्योग का कुल प्रीमियम सालाना आधार पर 6.1 प्रतिशत बढ़कर 8.29 लाख करोड़ रुपये हो गया है।