भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर पद के लिए दावेदारों का साक्षात्कार अगले सप्ताह होने की उम्मीद है। इस पद के लिए चयन सरकार का शीर्ष पैनल करेगा। इस पैनल के सदस्यों में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा, कैबिनेट सचिव टी. वी. सोमनाथन और वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागराजू हैं।
एक सूत्र ने बताया, ‘रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नरों में से एक का कार्यकाल खत्म हो रहा है। हमें उम्मीद है कि इसके लिए अगले सप्ताह के मध्य में साक्षात्कार होंगे।’ रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्र का कार्यकाल 15 जनवरी को समाप्त हो रहा है। ऐसे में सरकार नए डिप्टी गवर्नर की तलाश में है। इसके लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर, 2024 थी।
हालांकि यह भी स्पष्ट किया जा चुका है कि अभ्यर्थियों का चयन करने वाली वित्तीय क्षेत्र विनियामक नियुक्ति खोज समिति (एफएसआरएएससी) इस पद के लिए आवेदन नहीं करने वाले किसी अन्य व्यक्ति को भी चिह्नित और उसकी सिफारिश करने के लिए स्वतंत्र है। विज्ञापन के अनुसार यह समिति योग्य अभ्यर्थियों के लिए योग्यता और शिक्षा/अनुभव के मानदंडों में छूट की सिफारिश भी दे सकती है।
रिजर्व बैंक में चार डिप्टी गवर्नर होते हैं। इनमें से दो डिप्टी गवर्नर की नियुक्ति इस केंद्रीय बैंक के शीर्ष अधिकारियों में से ही पदोन्नति के जरिये की जाती है। इस क्रम में एक डिप्टी गर्वनर की नियुक्ति किसी वाणिज्यिक बैंक से की जाती है। एक डिप्टी गवर्नर कोई अर्थशास्त्री होता है। माइकल पात्र अर्थशास्त्री हैं। उन्होंने रिजर्व बैंक में अपना करियर 1985 में शुरू किया है। डिप्टी गवर्नर पर नियुक्ति होने से पहले वे आरबीआई में ही कार्यकारी निदेशक थे और एमपीसी सहित अन्य कई समितियों के प्रमुख थे। आरबीआई के तीन अन्य गवर्नर एम. राजेश्वर राव, टी. रवि शंकर और स्वामीनाथन जानकीरमन हैं।