HDFC Life Q1 Results 2025: HDFC लाइफ इंश्योरेंस कंपनी (HDFC Life Insurance Company) ने आज यानी 15 जुलाई को वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही (Q1FY25) के लिए रिजल्ट्स जारी कर दिए हैं। एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में इंश्योरेंस कंपनी ने बताया कि Q1FY25 में उसका नेट मुनाफा (net profit) सालाना आधार पर (YoY) 15 फीसदी बढ़कर 478 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले की समान अवधि (Q1FY24) में कंपनी का नेट मुनाफा 415 करोड़ रुपये रहा था।
अप्रैल-जून 2024 की तिमाही के लिए प्राइवेट सेक्टर की इंश्योरेंस कंपनी- HDFC Life का टोटल प्रीमियम 10 फीसदी बढ़कर 2,811 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले की समान अवधि में यह 11,673 करोड़ रुपये था।
HDFC Life का न्यू बिजनेस मार्जिन (VNB margin) 120 आधार अंक (basis point) कम हो गया है। Q1FY25 में यह 25.0% है, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 26.2% था। बाजारों को उम्मीद थी कि न्यू बिजनेस मार्जिन में 130 आधार अंक की गिरावट आएगी। नए बिजनेस की वैल्यू (VNB/Value of new business) अप्रैल-जून के दौरान सालाना आधार पर (YoY) 18 फीसदी बढ़कर 718 करोड़ रुपये हो गई।
कंपनी का न्यू बिजनेस प्रीमियम Q1FY25 में सालाना आधार पर 9 फीसदी बढ़कर 6,400 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 5,869 करोड़ रुपये था।
HDFC Life ने एक्सचेंजों को दिए बयान में बताया कि उसने 22 लाख से ज्यादा पॉलिसीहोल्डर्स को अबतक का सबसे ज्यादा (highest ever bonus)- 3,722 करोड़ रुपये का बोनस देगी।
HDFC Life का सॉल्वेंसी रेशियो Q1FY25 में कम होकर 186 फीसदी हो गया है। एक साल पहले की समान अवधि में यह 200 फीसदी था।
HDFC Life का Q1FY25 में प्राइवेट मार्केट शेयर बढ़कर 17.1 फीसदी हो गया है। एक साल पहले की समान अवधि में यह 16.4% था। वहीं, ओवरऑल मार्केट शेयर की बात की जाए तो वह बढ़कर 11.4% हो गया है।
HDFC Life ने शेयर बाजार को दिए गए अपने बयान में बताया कि उसका एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) इस तिमाही के दौरान 22 फीसदी बढ़कर 3 लाख करोड़ रुपये पार कर गया। इंश्योरेंस कंपनी को शेयरों में रिजल्ट आने के बाद bse पर 0.47% की तेजी देखी गई। 3:14 बजे HDFC Life के शेयर 638.60 रुपये पर ट्रेड करते देखे गए।
HDFC Life के रिजल्ट पर CEO ने क्या कहा
HDFC Life की प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) विभा पडलकर ने कहा, ‘हमने साल की शुरुआत मजबूत तरीके से की है, इंडिविजुअल APE में सालाना आधार पर 31 फीसदी की वृद्धि हासिल की है, जिसका मतलब है कि दो साल की CAGR 21 फीसदी है। यह मजबूत वृद्धि सभी मेट्रिक्स में बेहतर प्रदर्शन से प्रेरित है।’