आईडीबीआई बैंक ने इस वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 26) की पहली तिमाही में साल भर पहले के मुकाबले 17 प्रतिशत ज्यादा का शुद्ध लाभ दर्ज किया। इस अग्रणी निजी बैंक ने गैर ब्याज आय में तेजी से उछाल आने के कारण इस तिमाही में 2,007 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। गैर ब्याज आय मद में ट्रेजरी आय, वसूली और कमीशन शामिल हैं।
बैंक ने वित्त वर्ष 25 की इसी तिमाही (वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही) में 1,719 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। हालांकि ऋणदाता का वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में शुद्ध आय मार्जिन (एनआईएण) 50 आधार अंक गिरकर 3.68 प्रतिशत हो गया जबकि यह वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 4.18 प्रतिशत था।
आईडीबीआई बैंक ने बयान में बताया कि वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) भी दो प्रतिशत गिरकर 3,166 करोड़ रुपये हो गया जबकि यह बीते साल की समान अवधि में 3,233 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में गैर ब्याज आय सालाना आधार पर 78 प्रतिशत बढ़कर 1,437 करोड़ रुपये हो गया जबकि यह वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में यह 805 करोड़ रुपये था।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज में बैंक का स्टॉक 1.37 प्रतिशत गिरकर 97.25 रुपये प्रति शेयर हो गया। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में ऋण में वृद्धि सालाना आधार पर नौ प्रतिशत बढ़कर 2.11 लाख करोड़ रुपये हो गया। जून 2025 की समाप्ति पर बही खाते में खुदरा और कॉरपोरेट की हिस्सेदारी क्रमश 70 और 30 प्रतिशत था। जून 2025 की समाप्ति पर ऋण-जमा अनुपात बढ़कर 71.38 प्रतिशत था जबकि यह जून 2024 में 69.91 प्रतिशत था।
जून 2025 की समाप्ति पर कुल जमा सालाना आधार पर सात प्रतिशत बढ़कर 2.96 लाख करोड़ रुपये हो गया। जून 2025 की समाप्ति पर चालू खाते और बचत खाते (कासा) में कुल लागत जमा की हिस्सेदारी गिरकर 44.65 प्रतिशत हो गया जबकि यह एक साल पहले की अवधि में 48.57 प्रतिशत था।