एचडीएफसी बैंक का ऋण और जमा अनुपात (एलडीआर) गिरकर 100 प्रतिशत से नीचे आ गया है। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के दौरान ऋण की वृद्धि दर उम्मीद से धीमी रहने और ऋण के उल्लेखनीय हिस्से के प्रतिभूतिकरण के कारण एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी लिमिटेड के विलय के बाद पहली बार ऐसा हुआ है।
दिसंबर तिमाही के आखिर में निजी क्षेत्र के देश के सबसे बड़े बैंक, एचडीएफसीबैंक का एलडीआर 99.2 प्रतिशत रहा। वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में यह 100.76 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 111.53 प्रतिशत था। एलडीआर अनुपात में कमी बैंक की योजना के अनुरूप है। बैंक ने पहले ही संकेत दिया था कि वह वित्त वर्ष 2025 में तुलनात्मक रूप से अपने ऋण की रफ्तार कम करेगा, ताकि बढ़े एलडीआर को विलय के पहले के स्तर पर लाया जा सके।
बैंक ने आगे कहा है कि वित्त वर्ष 2026 में ऋण की वृद्धि को सिस्टम में वृद्धि के स्तर पर लाने की योजना है और वित्त वर्ष 2027 में वह सिस्टम में वृद्धि से ज्यादा तेज गति से ऋण प्रदान करेगा।
विलय के पहले एचडीएफसी बैंक का एलडीआर करीब 87 प्रतिशत था। विलय के बाद यह 110 प्रतिशत तक पहुंच गया। ऋण प्रदाता एचडीएफसी लिमिटेड का 1 जुलाई 2023 को एचडीएफसी बैंक में विलय हो गया था। इससे ऋण का एक बड़ा हिस्सा बैंक के पोर्टफोलियो में आ गया, लेकिन यह जमा की मात्रा से बहुत कम था।
बैंक की तीसरी तिमाही के अपडेट के मुताबिक इस अवधि के अंत में सकल ऋण क्रमिक आधार पर महज 0.9 प्रतिशत और सालाना आधार पर 3 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 25.42 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो बाजार के अनुमान की तुलना में बहुत सुस्त था।
बहरहाल प्रबंधन के तहत ऋणदाता का औसत ऋण, जिसमें अंतर-बैंक भागीदारी प्रमाणपत्र, रीडिस्काउंटेड बिल और प्रतिभूतिकरण/असाइनमेंट के लिए सकल अग्रिम राशि शामिल है, दिसंबर 2024 तिमाही में 26.27 लाख करोड़ रुपये रही। इसमें सालाना आधार पर करीब 7.6 प्रतिशत और क्रमिक आधार पर 2.5 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
अगर सेग्मेंट के मुताबिक देखें तो सालाना आधार पर खुदरा ऋण में करीब 10 प्रतिशत वृद्धि, वाणिज्यिक व ग्रामीण बैंकिंग ऋण में करीब 11.5 प्रतिशत वृद्धि और कॉर्पोरेट व अन्य थोक ऋण में करीब 10.3 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
आईआईएफएल नोट के मुताबिक तीसरी तिमाही के दौरान बैंक का सभी तरह के ऋण का मिश्रण, शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) के लिए अच्छा संकेत है।
बहरहाल बैंक ने उल्लेख किया है कि रणनीतिक पहल के तहत वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसने 21,600 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष के दौरान अब तक 46,300 करोड़ रुपये का प्रतिभूतिकरण किया है।
वहीं अवधि के अंत में बैंक की जमा राशि में पिछले वर्ष की तुलना में 15.8 प्रतिशत और पिछले महीने की तुलना में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 25.63 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो इसकी ऋण वृद्धि से काफी अधिक थी। कुल मिलाकर देखें तो बैंक के जमा में तीसरी तिमाही में वृद्धि 63,500 करोड़ रुपये रही, जो बाजार की अपेक्षाओं से बहुत कम है। दूसरी तिमाही में एचडीएफसी बैंक ने 1.2 लाख करोड़ रुपये जुटाए थे।
जमा की स्थिति देखें तो बैंक की सावधि जमा में तेज वृद्धि हुई है। यह पिछले महीने की तुलना में 4.6 प्रतिशत और सालाना आधार पर 22.7 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 16.91 लाख करोड़ रुपये हो
गया है।
बहरहाल चालू खाता और बचत खाता (कासा) जमा सालाना आधार पर 4.4 प्रतिशत बढ़ा है और क्रमिक आधार पर थोड़ा कम हुआ है। बैंक का कासा अनुपात क्रमिक आधार पर 130 आधार अंक कम होकर वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 34 प्रतिशत रह गया है।
बहरहाल बैंक का औसत जमा 24.52 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में करीब 16 प्रतिशत ज्यादा है और क्रमिक आधार पर 4.2 प्रतिशत ज्यादा है।