देश का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का ऋणदाता एचडीएफसी बैंक अगले 12 महीने में कारोबार वृद्धि में मदद के लिए बॉन्ड के जरिये 50,000 करोड़ रुपये तक की रकम जुटाने की योजना बना रहा है। इन बॉन्ड में अतिरिक्त टियर 1, टियर 2 और इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड भी शामिल हैं।
बैंक ने बीएसई को जानकारी दी है कि उसका निदेशक मंडल 15 अप्रैल, 2023 को होने वाली आगामी बैठक में इस प्रस्ताव पर विचार करेगा। बैंक ने कहा कि वह इन साधनों – परपेचुअल डेट इंस्ट्रूमेंट्स (एटी1 बॉन्ड), (टियर 2 कैपिटल बॉन्ड और दीर्घावधि बॉन्ड – इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड) को प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिये रखेगा। इसका शेयर 0.34 फीसदी चढ़कर 1,663 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
वित्त वर्ष 23 में एचडीएफसी बैंक ने बॉन्ड के जरिये 23,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। टियर 2 बॉन्ड के जरिये 20,000 करोड़ रुपये और एटी 1 बॉन्ड के जरिये 3,000 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। जेएम फाइनैंशियल सर्विसेज के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 22 में इसने इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड के जरिये 5,000 करोड़ रुपये जुटाए थे।
वित्त वर्ष 2022-23 में बॉन्ड (एटी 1, टियर 2 और इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड) के जरिये वाणिज्यिक बैंकों ने संयुक्त रूप से लगभग 1.14 लाख करोड़ रुपये जुटाया था, जो वित्त वर्ष 22 में जुटाए गई लगभग 73,200 करोड़ रुपये की रकम से अधिक था।
निजी क्षेत्र का यह ऋणदाता चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 24) में हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनैंस कॉरपोरेशन (एचडीएफसी) का अपने साथ विलय करने वाला है।