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Credit card: भारतीयों में बढ़ रहा क्रेडिट कार्ड का क्रेज, अक्टूबर में 1.78 लाख करोड़ रुपये किए गए खर्च

SBI Cards की संख्या 1.807 करोड़, ICICI Bank की 1.601 करोड़ और Axis Bank की 1.330 करोड़ रही।

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आतिरा वारियर   
Last Updated- November 24, 2023 | 10:48 PM IST

अक्टूबर और नवंबर के बीच भारत में कई बड़े पर्व- जैसे नवरात्र और दिवाली का माहौल छाया रहा। इस बीच, लोगों ने जमकर नए सामानों की खरीदारी की। इस त्योहारी सीजन के दौरान, प्वाइंट ऑफ सेल (POS) और ई-कॉमर्स पेमेंट में दमदार बढ़ोतरी की वजह से भारतीयों के बीच Credit card खर्च 25.35 फीसदी बढ़कर अक्टूबर 2023 में 1.78 ट्रिलियन यानी लाख करोड़ रुपये के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सितंबर 2023 में क्रडिट कार्ड से होने वाला खर्च 1.42 ट्रिलियन रुपये था।

इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च (India Ratings & Research) के सीनियर एनॉलिस्ट अंकित जैन ने कहा, ‘अक्टूबर में हाई क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन्स मुख्य रूप से त्योहारी सीजन की शुरुआत और कंज्यूमर साइड की मजबूत एक्टिविटी के कारण था।’

POS पर लेनदेन बढ़कर 57774.35 करोड़ रुपये हो गया जबकि ई-कॉमर्स पेमेंट बढ़कर 120794.40 करोड़ रुपये हो गया।

किस बैंक के क्रेडिट कार्ड कितना यूज हुए?

बैंकों की बात करें तो क्रेडिट कार्ड प्रमुख एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) का लेनदेन पिछले महीने के 38661.86 करोड़ रुपये से घटकर 45173.23 करोड़ रुपये हो गया।

ICICI Bank ने लेनदेन में 34158 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की, जबकि Axis Bank के क्रेडिट कार्ड से लेनदेन में 21728.93 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।

सरकारी बैंकों के क्रेडिट कार्ड का हाल

पब्लिक सेक्टर यानी सरकारी कंपनी की बात करें तो एसबीआई कार्ड्स (SBI Cards) ने पिछले महीने के 24966.69 करोड़ से लेनदेन में 35406.01 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की।

बढ़ी क्रेडिट कार्ड की संख्या

इस बीच, प्राइवेट बैंकों के नेतृत्व में घरेलू बैंकिंग इंडस्ट्री में अक्टूबर में 16.9 लाख क्रेडिट कार्ड की संख्या बढ़कर सितंबर में 9.302 करोड़ से 9.471 करोड़ हो गई।

HDFC Bank पिछले महीने 1.883 करोड़ कार्डों में से 1.918 करोड़ कार्डों के साथ टॉप पर बना रहा।

इस बीच, SBI Cards की संख्या 1.807 करोड़, ICICI Bank की 1.601 करोड़ और Axis Bank की 1.330 करोड़ रही।

RBI के अनसिक्योर्ड लोन वाले फैसले से घटेगी कर्ज की मांग

हालांकि, आगे बढ़ते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के असुरक्षित कर्ज (Unsecured Loan) के लिए जोखिम भार (रिस्क वेटेज) बढ़ाने के आदेश के कारण, क्रेडिट कार्ड इंडस्ट्री को कर्ज में कम बढ़ोतरी देखने की संभावना है।

जैन ने कहा, ‘हाल ही में RBI सर्कुलर को देखते हुए, जिसने कमर्शियल बैंकों और NBFC के लिए उपभोक्ता जोखिम के लिए उच्च जोखिम भार की घोषणा की है। क्रेडिट कार्ड इंडस्ट्री के लिए कर्ज वृद्धि में कुछ नरमी की उम्मीद है, जो मुख्य रूप से अनसिक्योर्ड लोन प्रोडक्ट्स के कुछ क्षेत्रों में रेगुलेटर यानी आरबीआई द्वारा उठाई गई चिंताओं के कारण है।’

First Published : November 24, 2023 | 1:55 PM IST