अग्रिम कर भुगतान और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लिए निकासी के कारण चालू वित्त वर्ष में 28 मार्च के बाद पहली बार बैंकिंग व्यवस्था में नकदी घाटे की स्थिति में चली गई। केंद्रीय बैंक के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार सोमवार को बैंकिंग प्रणाली में शुद्ध नकदी 31,986 करोड़ रुपये के घाटे में थी।
विशेषज्ञों ने कहा कि बैंकिंग व्यवस्था में नकदी की कमी अस्थायी होने की उम्मीद है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकारी खर्च के कारण इसमें सुधार होगा।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की मुख्य अर्थशास्त्री गौरा सेन गुप्ता ने कहा, ‘अग्रिम कर भुगतान और वस्तु एवं सेवा कर के भुगतान के लिए बैंकों से निकासी के कारण व्यवस्था में नकदी में अस्थायी रूप से कसाव आया है।’ उन्होंने कहा, ‘महीने की शुरुआत में और सीआरआर में अगली कटौती के बाद सरकारी खर्च शुरू होने पर इसमें सुधार होगा।’
वहीं भारतीय रिजर्व बैंक ने दो वैरिएबल रेट रीपो नीलामी आयोजित की, जिसमें बैंकों ने कुल 1.4 लाख करोड़ रुपये जमा किए, जबकि रिजर्व बैंक द्वारा अधिसूचित राशि 2 लाख करोड़ रुपये थी।