facebookmetapixel
जिम में वर्कआउट के दौरान चोट, जानें हेल्थ पॉलिसी क्या कवर करती है और क्या नहींGST कटौती, दमदार GDP ग्रोथ के बावजूद क्यों नहीं दौड़ रहा बाजार? हाई वैल्यूएशन या कोई और है टेंशनउच्च विनिर्माण लागत सुधारों और व्यापार समझौतों से भारत के लाभ को कम कर सकती हैEditorial: बारिश से संकट — शहरों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिए तत्काल योजनाओं की आवश्यकताGST 2.0 उपभोग को बढ़ावा दे सकता है, लेकिन गहरी कमजोरियों को दूर करने में कोई मदद नहीं करेगागुरु बढ़े, शिष्य घटे: शिक्षा व्यवस्था में बदला परिदृश्य, शिक्षक 1 करोड़ पार, मगर छात्रों की संख्या 2 करोड़ घटीचीन से सीमा विवाद देश की सबसे बड़ी चुनौती, पाकिस्तान का छद्म युद्ध दूसरा खतरा: CDS अनिल चौहानखूब बरसा मॉनसून, खरीफ को मिला फायदा, लेकिन बाढ़-भूस्खलन से भारी तबाही; लाखों हेक्टेयर फसलें बरबादभारतीय प्रतिनिधिमंडल के ताइवान यात्रा से देश के चिप मिशन को मिलेगी बड़ी रफ्तार, निवेश पर होगी अहम चर्चारूस से तेल खरीदना बंद करो, नहीं तो 50% टैरिफ भरते रहो: हावर्ड लटनिक की भारत को चेतावनी

कॉरपोरेट बॉन्ड की यील्ड में वृद्धि जारी

रिजर्व बैंक के नवीनतम आंकड़े के अनुसार बैंकिंग प्रणाली में सोमवार को शुद्ध नकदी में 1.8 लाख करोड़ रुपये की कमी थी।

Last Updated- February 18, 2025 | 11:03 PM IST

रीपो दर में 25 आधार अंक की कटौती के भारतीय रिजर्व बैंक के हालिया फैसले के बावजूद कॉरपोरेट बॉन्ड की यील्ड में वृद्धि कायम है। बाजार के भागीदारों के अनुसार यह वृद्धि बैंकिंग प्रणाली में बीते नौ महीनों से शुद्ध नकदी की कमी रहने के कारण जारी है। हालांकि यील्ड बढ़ाने वाला कारक कॉरपोरेट बॉन्ड की आपूर्ति बढ़ना भी है। दरअसल, कंपनियों ने पूंजी जुटाने के लिए अधिक ऋण पत्र जारी किए और इससे यील्ड पर ऊपर जाने का दबाव बढ़ा।

रिजर्व बैंक के नवीनतम आंकड़े के अनुसार बैंकिंग प्रणाली में सोमवार को शुद्ध नकदी में 1.8 लाख करोड़ रुपये की कमी थी। दूसरी तरफ, सरकारी बॉन्ड की यील्ड व्यापक रूप से इस अवधि में स्थिर रही। इससे कॉरपोरेट बॉन्ड और सरकारी बॉन्ड की यील्ड में अंतर बढ़ा। फरवरी में इन दो तरह के बॉन्डों की यील्ड में अंतर 25 आधार अंक तक बढ़ा जबकि दीर्घावधि बॉन्ड की तुलना में अल्पावधि बॉन्ड की यील्ड कहीं तेजी से बढ़ी। इसके परिणामस्वरूप यील्ड कर्व में व्युत्क्रमण की स्थिति आ गई जिसमें दीर्घावधि यील्ड की तुलना में अल्पावधि यील्ड ज्यादा होती है।

5 वर्षीय एएए रेटेड कॉरपोरेट बॉन्ड की सालाना यील्ड सोमवार को 7.46 फीसदी पर कारोबार कर रही थी जबकि 10 वर्षीय एएए रेटेड कॉरपोरेट यील्ड ने 7.30 फीसदी पर कारोबार किया।

रॉकफोर्ट फिनकैप एलएलपी के संस्थापक व प्रबंधकीय साझेदार वेंकटकृष्णन श्रीनिवासन ने बताया, ‘कॉरपोरेट बॉन्ड की यील्ड विशेष तौर पर एएए रेटेड पीएसयू खंड में इनवर्टेड बनी रही। नियमित रूप से नकदी की कमी से बाजार पर असर पड़ा जबकि निवेशक निरंतर दीर्घावधि के साधनों को पसंद कर रहे हैं।’ 10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड की यील्ड मंगलवार को 6.69 फीसदी पर रही जबकि यह सोमवार को सपाट थी।

हालांकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने सोमवार को 7.70 फीसदी की दर पर 10 वर्षीय इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड जारी करके 1,612 करोड़ रुपये जुटाए थे। बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के निकट भविष्य में बॉन्ड मार्केट से धन जुटाने की उम्मीद के कारण कॉरपोरेट बॉन्ड मार्केट में आपूर्ति बढ़ना तय है। इससे कॉरपोरेट बॉन्ड विशेष तौर पर अल्पावधि खंड के यील्ड पर और दबाव बढ़ने की उम्मीद है।

First Published - February 18, 2025 | 11:03 PM IST

संबंधित पोस्ट