यस बैंक उत्तर प्रदेश में अब अपने विकास और पूंजी संबंधी जरूरतों के मद्देनजर छोटे एवं मझोले उद्यमों पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है।
इस बाबत बैंक ने इंडस्ट्री चैंबर इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन(आईआईए)के साथ समझौते पर भी हस्ताक्षर किया है यह अपने बिजनेस बैंकिंग इनिशिएटिव के तहत वित्तीय सेवाओं से लेकर कर्ज देने और सलाह देने का काम भी करेगी। बैंक ये सेवाएं उन उद्यमों को प्रदान किरेगी जिनका कुल कारोबार 150 करोड़ रुपये का हो।
बैंक मुख्यत: इन उद्यमों के लाइट इंजीनिरिंग, सूचना तकनीक, फार्मा, कृषि कारोबार, टेलीकॉम और मीडिया पर ध्यान केन्द्रित करेगी। इस वक्त इस बैंक के 60 बिजनेस बैंकिंग शाखाओं में 8 उत्तर प्रदेश में है,जिनके इस वित्तीय वर्ष के अंत तक दुगुना होने की उम्मीद है।
बैंक अपने सामूहिक प्रयास का हवाला देते हुए कहता है कि उत्तर प्रदेश में बैंक ने नोएडा, लखनऊ समेत मुरादाबाद के औद्योगिक क्षेत्रों को अपने कारोबार के लिए चुना है। मालूम हो कि इन शहरों में बड़ी संख्या में छोटे एवं मझोले उद्यम कार्यरत हैं जो निर्माण एवं निर्यात गतिविधियों में संलग्न हैं।
बैंक का कहना है कि वह किसी एक अकेली कंपनी को अधिकतम 15 करोड़ रुपयों जबकि समूह में कंपनियों को 25 करोड़ रुपये बतौर कर्ज देगी। बिजनेस बैंकिंग के अध्यक्ष वरुण तुली का कहना है कि हमारे कुल कारोबार का 15 से 20 फीसदी इन उद्यमों को बतौर कर्ज देने का लक्ष्य है।