देश में कर्ज देनेवाला सबसे बडा बैंक एसबीआई प्राइम लेंडिग रेट ( पीएलआर)में संभावित तौर पर बढ़ोतरी कर सकती है और दरों की बढ़ाए जानेवाली सीमा पर रिजर्व बैंक द्वारा ताजा मौद्रिक उपाय किए जाने के बाद फैसला करेगा।
कुछ दिनों पूर्व ही रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट के बढ़ाए जाने के बाद एसबीआई ने अपने प्राइम लेंडिंग रेट को 12.25 प्रतिशत पर स्थिर रखने का फैसला किया था। बैंक ने अपने एसेसमेंट में पाया है कि बैंक रेपो रेट में बढ़ोतरी इसलिए झेल सकी क्योंकि इसके नेट इंटरेस्ट मार्जिन पर इसका असर दो बेसिक प्वाइंट से कम था।
मालूम हो कि एसबीआई का नेट इंटरेस्ट मार्जिन इस वर्ष मार्च के अंत में 3.04 प्रतिशत था। इस बीच शनिवार को हुई बैंक की एसेट-लाइबलिटी समिति (एल्को) की बैठक में इस मुद्दे पर आम सहमति नहीं बन पाई थी। इस कारण यह अपने प्राइम लेंडिंग रेट में परिवर्तन करने के लिए बाध्य हो जाएगी।
पीएलआर में कितनी बढ़ोतरी हो इस बात का फैसला रिजर्व बैंक द्वारा आसमान छूती महंगाई को रोकने के लिए उठाए जानेवाले ताजा उपायों के बाद की जाएगी जो कि पिछले 13 सालों के अधिकतम स्तर पर है। गौरतलब है कि इससे पहले एसबीआई के अध्यक्ष ओपी भट्ट ने पीएलआर रेट की या एसबीआई द्वारा अपने कुछ लोन पर बढ़ती ब्याज दरों की समीक्षा की बात कही थी लेकिन एल्को ने इस कदम का समर्थन नहीं किया था।