facebookmetapixel
Delhi Blast: रेड फोर्ट धमाके के बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन हुआ फिर से चालूCoal Import: त्योहारी सीजन से पहले कोयले का आयात बढ़ा, 13.5% की छलांगMCap: टॉप 8 कंपनियों का मार्केट कैप ₹2.05 ट्रिलियन बढ़ा; Airtel-RIL चमकेDelhi Weather Update: दिल्लीवासियों के लिए खतरनाक हवा, AQI अभी भी गंभीर स्तर परLadki Bahin Yojana: इस राज्य की महिलाओं के लिए अलर्ट! 18 नवंबर तक कराएं e-KYC, तभी मिलेंगे हर महीने ₹1500ट्रेडिंग नियम तोड़ने पर पूर्व फेड गवर्नर Adriana Kugler ने दिया इस्तीफाNPS में शामिल होने का नया नियम: अब कॉर्पोरेट पेंशन के विकल्प के लिए आपसी सहमति जरूरीएशिया-पैसिफिक में 19,560 नए विमानों की मांग, इसमें भारत-चीन की बड़ी भूमिका: एयरबसअमेरिकी टैरिफ के 50% होने के बाद भारतीय खिलौना निर्यातकों पर बढ़ा दबाव, नए ऑर्डरों की थमी रफ्तारसुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग ने किया साफ: आधार सिर्फ पहचान के लिए है, नागरिकता साबित करने के लिए नहीं

आईडीबीआई बैंक बेचने के लिए 25 फरवरी से रोड शो

Last Updated- December 11, 2022 | 9:13 PM IST

आईडीबीआई बैंक को बेचने के लिए सरकार 25 फरवरी से निवेशकों के साथ रोड शो शुरू करेगी। केंद्र सरकार व भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) बैंक की अपनी हिस्सेदारी निजी खरीदार को बेचने के लिए तैयार हैं।
निवेशकों की इसमें प्राथमिक रुचि इस बात को लेकर होगी कि सरकार पहली बार सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक के रणनीतिक विनिवेश की कवायद कर रही है, हालांकि इसमें बहुलांश हिस्सेदारी एलआईसी की है।
इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि ज्यादातर रोडशो वर्चुअल होंगे, क्योंकि महामारी के प्रसार के डर से निवेशक सशरीर बैठक करने को इच्छुक नहीं हैं। रोडशो का प्रबंधन केपीएमजी और लिंक लीगल द्वारा किया जाएगा, जिन्हें निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने मध्यस्थ नियुक्त किया है।
सरकार इस बैंक में अपनी 45.48 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है। भारतीय जीवन बीमा निगम की हिस्सेदारी 49.24 प्रतिशत है और वह भी नए खरीदार को प्रबंधन नियंत्रण के हस्तांतरण के साथ अपनी हिस्सेदारी बेचेगी।
केंद्र व एलआईसी हिस्सेदारी बिक्री की मात्रा, लेन देन के ढांचे के बारे में रिजर्व बैंक के साथ परामर्श कर फैसला करेंगे। हालांकि बिजनेस स्टैंडर्ड ने एक खबर में पहले बताया था कि सरकार को अभी भी विनिवेश की मात्रा के बारे में फैसला करना बाकी है, लेकिन 26 प्रतिशत हिस्सेदारी बनाए रखने पर चर्चा हो रही है और केंद्र व एलआईसी उसी अनुपात में अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे।  बिक्री में नए खरीदार को प्रबंधन नियंत्रण हस्तांतरित किया जाना शामिल है।

First Published - February 16, 2022 | 11:16 PM IST

संबंधित पोस्ट